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Dwarka Expressway Cost: CAG की रिपोर्ट से हंगामा, अरविंद केजरीवाल की सरकार ने केन्द्र सरकार पर लगाए गंभीर आरोप, जानें क्या कहा

• LAST UPDATED : August 16, 2023

India News (इंडिया न्यूज),Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में यात्रा को सुगम बनाने के लिए कई काम किए जा रहे हैं। जिसमें सड़कों, मेट्रो के नए रूट के साथ एक्प्रेस वे का निर्माण करवाया जा रहा। ऐसा ही एक परियोजना भारतमाला के अन्तर्गत साउथ दिल्ली को गुरूग्राम से जोड़ने वाला द्वारका एक्सप्रेस वे करीबन बनकर तैयार हो गया है। जिसका निरीक्षण 18 मई को केंद्रीय सड़क और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने किया था और कहा था कि अगले साल अप्रैल तक यह एक्सप्रेस वे बनकर तैयार हो जाएगा। साथ ही बताया था कि द्वारका एक्सप्रेस वे देश का पहला अर्बन एलिवेडेट एक्सप्रेसवे होगा। गडकरी ने बताया था कि अभी दिल्ली से गुरुग्राम तक का सफर तय करने में करीबन दो से ढाई घंटे का वक्त लग जाता है और जाम का भी सामना करना पड़ता है। इस एक्सप्रेस वे के बन जाने के बाद से सफर केवल 20 से 25 मिनट में पूरा हो जाएगा। दिल्लीवासी इस परियोजना के पूरा होने का स्वप्न देख ही रहे थे, तभी खबर आती है कि द्वारका एक्सप्रेस को बनाने में मानक लागत मूल्य से अधिक बजट का उपयोग किया जा रहा है। जी हाँ, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG Report) ने 29.06 किलोमीटर लंबे द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway Cost) की लागत को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। कैग ने भारतमाला परियोजना के पहले चरण के कार्यान्वयन पर अपनी ऑडिट रिपोर्ट में कहा है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण बोर्ड ने द्वारका एक्सप्रेसवे (Dwarka Expressway) को प्रति किलोमीटर 250.77 करोड़ रुपये की सिविल लागत के साथ इसकी मंजूरी दी थी, जबकि वहीं संसद की आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने प्रति किलोमीटर 18.20 करोड़ रुपये के लागत से इसे बनाने की स्वीकृति दी थी। यानि कि इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य तय बजट से 14 गुना ज्यादा कीमत पर बनाया जा रहा है। इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी के नेता व कार्यकर्ताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया है। साथ ही कह रहे हैं कि यह तो #SoneKiSadak है जो इतनी लागत पर बन रही है। आप नेता आदिल ने आरोप लगाते हुए कहा “BJP देश की सबसे बड़ी भ्रष्टाचारी पार्टी है, देश में Modi जी के सबसे बड़े भ्रष्टाचार का पर्दाफ़ाश हुआ है”।

कैग ने मंजूरी पर भी उठाए सवाल

कैग ने अपनी रिपोर्ट में भारतमाला परियोजना के तहत बन रहे सड़कों के मंजूरी और लागत राशि पर भी कई सवाल उठाए हैं। कैग के रिपोर्टानुसार, अभी उसने एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट की 2017 से 2021 तक की रिपोर्ट का ऑडिट किया है। कैग ने द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे पर निर्माण को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। कैग का कहना है यह प्रोजेक्ट CCEA की ओर से स्वीकृत परियोजना की सूची में ही नहीं था। यानि कि NHAI ने अपने स्तर पर 33 हजार करोड़ रुपये खर्च कर लिए हैं। CAG की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतमाला परियोजना एक के तहत लगभग 77,000 किलोमीटर की सड़कें बनाई जा रही है। इसमें से 70,950 किलोमीटर सड़क एनएचएआई बना रहा है।

परियोजना के एप्रूवल में भी बरती गई लापरवाही

कैग की रिपोर्ट की मानें तो उसमें यह भी कहा गया है कि पूरे आठ लेन मुख्य कैरिज्वे को उन्नत और संरक्षित बनाने के बजाए राजमार्ग ग्रेड के चौराहे पर अंडरपास या फ्लाईओवर का निर्माण कहीं ज्यादा व्यावहारिक विकल्प था। असलियत यह है कि द्वारका एक्सप्रेसवे परियोजना के तहत केवल एक स्थान पर भीड से बचने के लिए अंडरपास बनाने की योजना थी। अगर ऐसा किया जाता तो हरियाणा क्षेत्र में इस परियोजना पर आने वाली भारी लागत को कम किया जा सकता था। कैग ने यह भी कहा है कि द्वारका एक्सप्रेसवे का बिना किसी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के वैल्यूएशन और एप्रूवल किया गया था।

अर​विंद केजरीवालः भ्रष्टाचार के टूटे सारे रिकॉर्ड

इस मामले का खुलासा होने के बाद से सियासी गलियारों में हंगामा मचा हुआ है। इसी बीच दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने एक मीडिया क्लिपिंग सभी से साझा करते हुए कहा है कि “मोदी सरकार ने भ्रष्टाचार के 75 वर्ष के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए”। आपको बता दें कि द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण दिल्ली से गुरुग्राम को जोड़ने के लिए नेशनल हाईवे 48 के सामानांतर विकसित किया गया है, ताकि नेशनल हाईवे पर भीड़ को कम किया जा सके।

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