Electric Vehicle:
नई दिल्ली: इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का ब्योरा अब आप स्विच दिल्ली पोर्टल पर देख सकते हैं। ईवी चार्जिंग और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों हेतू ओपन डाटाबेस की सुविधा एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलेगी। दिल्ली के 2500 से ज्यादा चार्जिंग पॉइंट तक हर प्रकार की ईवी सेवा प्रदाताओं की पहुंचाई जाएगी। इसके लिए सेवा प्रदाताओं और उपयोगकर्ताओं को दोनों बुनियादी सुविधाओं की जानकारी मुहैया करने के लिए एक प्लेटफॉर्म विकसित करने का अवसर मिलेगा।
ऐसा करने से इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल को और सुलभ बनाने में मदद करेगा। दिल्ली सरकार की ओर से 7 अगस्त, 2020 को दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति को शुरू किया गया था। इस पालिसी के अंदर परिवहन विभाग की तरफ से एक ओपन डाटाबेस बनाने के लिए प्रावधान था ताकि वाहन मालिकों को चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर की जानकारी प्रदान की जा सके। इस ओपन डाटाबेस में चार्जर, चार्जर की संख्या, साइट, भुगतान राशि, भुगतान संरचना (घंटे, किलोवाट ऑवर या सत्र के मुताबिक) और दरों की जानकारी मिलेगी।
परिवहन विभाग ने दिल्ली इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति के प्रावधान के अनुसार इस ओपन डाटाबेस की शुरूआत करके अपना एक कदम आगे बढ़ाया है। ओपन डाटाबेस पोर्टल पर पंजीकरण करने के बाद, चार्जिंग सेवा प्रदाता पोर्टल से अनुरोध के बाद सभी ईवी चार्जर और बैटरी स्वैपिंग स्टेशनों का ब्यौरा भी जान सकते हैं। बैटरी स्वैपिंग की सुविधा के बाद ई-वाहनों का उपयोग करने वालों की संख्या बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। अगर किसी ई वाहन की चार्जिंग समाप्त हो जाए तो वह पास के स्वैपिंग स्टेशन पर बैटरी बदलने के बाद आगे की यात्रा कर सकेंगे।
दिल्ली ईवी नीति के मुताबिक दिल्ली में सार्वजनिक या अर्ध-सार्वजनिक ईवी चार्जिंग या स्वैपिंग स्टेशनों का संचालन करने वाली सभी संस्थाओं को इस आदेश की अधिसूचना के तीन हफ्ते के अंदर ओपन डाटाबेस में डाटा डालना होगा। दिल्ली सरकार और विभिन्न एजेंसियों के द्वारा शॉपिंग सेंटर, थिएटर, अस्पताल, पार्किंग के साथ ही निजी जमीन पर ईवी चार्जिंग और स्वैपिंग स्टेशन लगाए गए हैं। इस ओपन डाटाबेस से जुड़े सारे फीडबैक या सवाल राज्य ईवी सेल को delhievcell@gmail.com पर भेजे सकते हैं।
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