इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
भीषण गर्मी में बिजली की मांग गुरुवार को एक और रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई। शहर की सबसे अधिक बिजली की मांग न केवल सीजन की सबसे अधिक 6,780 मेगावाट दर्ज की गई बल्कि मई के लिए भी सबसे अधिक थी। बिजली की रिकॉर्ड तोड़ मांग एक दिन बाद आई है जब दोपहर में बिजली की अधिकतम मांग 6572 मेगावाट थी जो मई के महीने में अब तक की सबसे अधिक मांग है। अधिकारियों ने बताया कि इसके कुछ ही घंटों बाद यह रिकॉर्ड भी टूट गया जब बुधवार की रात मांग 6,596 मेगावाट पहुंच गई। गुरुवार को दोपहर बिजली की पीक डिमांड 6780 मेगावाट थी।
दिल्ली की पीक बिजली की मांग में केवल 24 घंटों में लगभग 2.8 प्रतिशत और 1 मई से 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। मई के लिए पिछला उच्च स्तर 6,461 मेगावाट था जो 31 मई, 2019 को दर्ज किया गया था। इस महीने में यह आठवीं बार है जब बिजली की अधिकतम मांग में वृद्धि हुई है।
अधिकारियों के अनुसार, मई में दिल्ली में बिजली की सबसे अधिक मांग 2021 और 2020 में कभी भी 6,000 मेगावाट के स्तर को पार नहीं कर पाई थी। 2019 में इसने केवल तीन मौकों 29 मई (6,020 मेगावाट), 30 मई को पार किया था।
मई में अब तक हर दिन की पीक बिजली की मांग मई 2021, 2020 और 2019 में इसी दिनों की तुलना में अधिक रही है। एक अधिकारी ने कहा कि गर्मी के महीनों के दौरान बिजली की 50% मांग एयरकंडीशनर, कूलर और पंखे के बढ़ते उपयोग के कारण उत्पन्न भार के कारण होती है। पिछले महीनों की तुलना में आर्द्रता के स्तर में वृद्धि के कारण इस महीने कूलिंग लोड” बढ़ रहा है।
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