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Elevated Role: आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक एलिवेटेड रोड हुई तैयार, महीने भर में फर्राटा भरेंगे वाहन

• LAST UPDATED : June 22, 2024

India News Delhi (इंडिया न्यूज), Elevated Role: आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर के बीच बन रहे सिग्नल फ्री प्रोजेक्ट तैयार हो गया है। इसकी आवाजाही एक महीने के अंदर शुरू हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट से आनंद विहार, पूर्वी दिल्ली, ट्रांस हिंडन और नोएडा के बीच सफर करने वाले लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी। लगभग 1.44 किमी लंबे कॉरिडोर में तीन सिग्नल और जाम में फंसने की समस्या नहीं होगी। इससे यात्रियों को अपनी मंजिल की ओर फर्राटे के साथ बेहतर रूप से आगे बढ़ने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही, आनंद विहार मेगा ट्रांसपोर्ट हब तक पहुंचना भी अब आसान होगा।

PWD के अधिकारी बता रहे हैं कि पूर्वी दिल्ली में महत्वपूर्ण सिग्नल फ्री एलिवेटेड कॉरिडोर का काम पूरा हो चुका है। इसकी रंग-रोगन कार्यक्रम भी शुरू हो चुका है और हफ्तों में इसे पूरा किया जाएगा। इसके बाद इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि जुलाई के पहले पखवाड़े में लोग इस एलिवेटेड कॉरिडोर से सफर करना शुरू कर देंगे। यह एलिवेटेड कॉरिडोर आनंद विहार से अप्सरा बॉर्डर तक सीधे जाएगा, जबकि सड़क के दोनों ओर घनी बसावट होगी जिससे यात्रियों को नीचे से जाने में आसानी होगी। ट्रैफिक को दो हिस्सों में बांटने से जाम से पूरी तरह से निजात मिलेगी और वाहन चालक तेजी से आगे बढ़ सकेंगे।

Elevated Role: रेड लाइट होगी बंद

एलिवेटेड कॉरिडोर के शुरू होने से रोड नंबर-56 पर श्रेष्ठ विहार, रामप्रस्थ और विवेक विहार की तीन रेड लाइट बंद हो जाएंगी। इससे यह रोड पूरी तरह से सिग्नल फ्री हो जाएगी और लोगों को जाम से राहत मिलेगी। इस कॉरिडोर पर बसे हुए कॉलोनियों के लोगों की सुविधा के लिए दो स्थानों पर लूप भी बनाए गए हैं।

इस परियोजना से पूर्वी दिल्ली के निवासियों के अलावा, गाजियाबाद और नोएडा से जुड़े लोगों को भी बड़ा लाभ होगा। यह तीन रेड लाइट को हटाने की मांग लंबे समय से थी, जिसको अब पूरा किया गया है।

लोगों को होंगे कई फायेदा

पीडब्ल्यूडी के अनुसार, एलिवेटेड कॉरिडोर का शुरू होने से लगभग डेढ़ लाख वाहन चालकों को सीधा फायदा होगा। इसके प्रभाव से वाहन चालकों की यात्रा में 11.07 मिनट की बचत होगी। साथ ही, इससे 1.50 लाख टन के कर्बन डाई ऑक्साइड का उत्सर्जन भी कम होगा। अनुमान है कि इसके परिणामस्वरूप सालाना 16.57 लाख लीटर ईंधन की खपत भी कम होगी।

यह प्रोजेक्ट 2022 में शुरू हुआ था, और इसके शिलान्यास का कार्य मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 10 अक्टूबर 2022 को किया था। इस 15 महीने के परियोजना में अभी तक कार्य पूरा नहीं हो सका है, लेकिन लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों के अनुसार कॉरिडोर का ढांचागत निर्माण पूरा हो चुका है। अब इसे जुलाई में जनता के लिए शुरू किया जाएगा, जिसके लिए उद्घाटन की तारीख शीघ्र ही निर्धारित की जाएगी।

Elevated Role: आनंद विहार मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब को भी एलिवेटेड कॉरिडोर से होगा फायदा

यहां पर रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, DTC बस टर्मिनल और मेट्रो हैं, और आने वाले दिनों में आरआरटीएस का कॉरिडोर भी जुड़ने वाला है। इससे आनंद विहार से अप्सरा बार्डर तक सिग्नल फ्री सफर लाखों लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा।

इस कॉरिडोर का इस्तेमाल दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा के साथ-साथ अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों के लिए भी सुविधाजनक होगा। इससे आनंद विहार के आसपास वाहनों का दबाव भी कम होगा। यह उपयोगी स्थानीय वाहन चालकों के लिए बड़ा समाचार है और उनके यात्रा को आसान बनाएगा।

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