इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
दिल्ली के शाहीन बाग में अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान चले हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद अब मामला पुलिस तक जा पहुंचा है। इसमें एक ओर जहां दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने शाहीन बाग में सोमवार को अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान बाधा पहुंचाने के लिए ओखला से आम आदमी पार्टी (आप) विधायक अमानतुल्लाह खान के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है, वहीं दूसरी ओर मंगलवार को अमानतुल्लाह खान ने नगर निगम के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। अपनी शिकायत में अमानतुल्लाह खान ने आरोप लगाया है कि दक्षिण दिल्ली नगर निगम राजनीतिक प्रेशर के तहत काम कर रहा है।
अमानतुल्लाह खान ने कहा कि ओखला विधानसभा क्षेत्र के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी से जाकिर नगर ढलान के बीच भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता और मेयर मुकेश सुर्यान के इशारे पर एमसीडी की अवैध कार्रवाई की गई। इस दौरान असंवैधानिक ढंग से पेड़ों को भी उखाड़ा गया। एमसीडी के खिलाफ न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में शिकायत दर्ज कराने के बाद आप विधायक ने दावा किया कि अतिक्रमण के खिलाफ नोटिस नहीं दिया गया था। इतना ही नहीं, अपनी शिकायत में उन्होंने पीडब्ल्यूडी के रोड पर बगैर डिपार्टमेंट को बताए, अतिक्रमण विरोधी ड्राइव चलाने को लेकर भी सवाल उठाया है।
बता दें कि इससे पहले एसडीएमसी ने शाहीन बाग में सोमवार को अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान बाधा पहुंचाने के लिए अमानतुल्लाह खान और उनके समर्थकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता के एसडीएमसी के महापौर को ऐसा करने के लिए कहने के कुछ घंटों बाद यह कदम उठाया गया। शाहीन बाग थाने के थानाध्यक्ष को दी शिकायत में एसडीएमसी मध्य जोन के लाइसेंसिंग निरीक्षक ने कहा कि शाहीन बाग की मुख्य सड़क पर सोमवार को अतिक्रमण हटाने का अभियान निर्धारित था और कार्रवाई के लिए मौके पर उसके कर्मचारी व पुलिसकर्मी मौजूद थे।
शिकायत के मुताबिक वहां अपने समर्थकों के साथ मौजूद विधायक अमानतुल्लाह खान ने एसडीएमसी जोन के कर्मचारियों को अतिक्रमण नहीं हटाने दिया। इसी के मद्देनजर आपसे अनुरोध है कि लोक सेवकों के आधिकारिक कार्य के निर्वहन से दखल देने के लिए विधायक अमानतुल्लाह खान और उनके समर्थकों के खिलाफ उचित विधिक कार्रवाई करें। एसडीएमसी के महापौर मुकेश सूर्यन ने नगर आयुक्त को पत्र लिखकर आप विधायक खान और अन्य नेताओं के खिलाफ अतिक्रमण रोधी अभियान में बाधा डालने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने को कहा था। उनके पत्र लिखने के बाद यह कार्रवाई हुई। नगर निकाय ने शाहीन बाग में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की योजना बनाई थी लेकिन अधिकारियों के बुलडोजर के साथ वहां पहुंचते ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। इसके बाद अधिकारियों को अतिक्रमण हटाए बगैर ही वहां से लौटना पड़ा था।