Fake Doctor: दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में एक फर्जी डॉक्टर का खुलासा हुआ है। आपको बता दे कि डॉक्टर ने अब तक 80 से ज्यादा महिलाओं का आईवीएफ के जरिए इलाज किया। जिसमें इलाज में लापरवाही के दौरान एक महिला कि जान चली गई। दरअसल डॉक्टर फर्जी डिग्री के सहारे ग्रेटर नोएडा में प्रैक्टिस कर रहा था और खुद को एमबीबीएस डॉक्टर बताता था। फर्जी डॉक्टर का खुलासा तब हुआ जब डॉक्टर के इलाज से एक महिला ने अपनी जान गंवा दी। महिला की मौत के बाद के बाद महिला के परिजनों ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। पुलिस कि जांच में थाना बिसरख इलाके में हुई महिला की मौत में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है।
ग्रेनो वेस्ट में सेक्टर 16बी में क्रिएशन वर्ल्ड आईवीएफ क्लीनिक में 19 अगस्त को वसुंधरा के चंद्रभान रावत ने अपनी पत्नी ललिता रावत का आईवीएफ प्रोसिसर कराया था। प्रोसिजर के बाद ललिता की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। बाद में वे ब्रेन डेड हुईं, फिर मौत हो गई। क्लीनिक का संचालक प्रियरंजन ठाकुर खुद को एमबीबीएस डॉक्टर बताता था। उसके खिलाफ जांच शुरू हुई तो पुलिस ने डिग्री के बारे में पता किया।
दरअसल पुलिस कि जांच में पता चला कि आरोपी डॉक्टर फर्जी डिग्री के सहारे क्लिनिक चला रहा था। इस मामले में सेंट्रल नोएडा के डीसीपी राजेश एस ने बताया कि आरोपी डॉक्टर प्रियरंजन ठाकुर खुद को एमबीबीएस बता रहा था और जब पुलिस ने पुछताछ की तो डॉक्टर ने खुद को बिहार के मधेपुरा की भूपेंद्र नारायण यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस बताया था। इसके बाद जब पुलिस ने यूनिवर्सिटी में पता किया तो यह बात सामने आई कि प्रियरंजन ठाकुर ने उस कॉलेज से कोई पढ़ाई नहीं की थी और पुलिस ने फर्जी डॉक्टर के फर्जीवाड़े का खुलासा किया।
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