इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
दिल्ली भलस्वा लैंडफिल साइट में भीषण आग लगने के करीब नौ दिन के बाद भी बीते बुधवार को दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाना जारी रखा। राजधानी दमकल सेवा ने कहा कि यह सबसे लंबे ऑपरेशनों में से एक हो गया है क्योंकि लैंडफिल सहित अधिकांश आग दो से पांच दिनों में काबू आ जाती है।
दमकलकर्मी लगातार 24 घंटे साइट पर काम कर रहे हैं। बाहरी दिल्ली में तैनात एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी कहता है कि, जमीन आसानी से पहुंच योग्य बिल्कुल नहीं है। भलस्वा कूड़े के टीले बहुत बड़े और अस्थिर खड़े हुए हैं। इधर-उधर जाना और खास तौर पर आग बुझाना जोखिम भरा हो रहा है।
लैंडफिल्ड में लगी आग तब तक फैलती और भड़कती रहेगी जब तक हम कूड़े के भीतर गहरी खुदाई नहीं करते और कचरा नहीं उठाते लेकिन यह संभव नहीं है क्योंकि पूरी संरचना हम पर गिर सकती है।
भलस्वा की आग 26 अप्रैल को लगी थी और आग पर काबू पाने के लिए 30 से भी अधिक दमकल गाड़ियां और 200 दमकलकर्मी पिछले एक हफ्ते से मौके पर आग बुझाने में लगें हुए हैं। ज्ञान सरोवर स्कूल, जो लैंडफिल से सटा हुआ है, कई दिनों से बंद था क्योंकि आग की गर्मी से कक्षाओं में कुछ खिड़की के शीशे पिघल गए थे और उस क्षेत्र में धुआं ही धुआं फैल गया था। भलस्वा के पास बसे निवासियों ने भी लैंडफिल से जहरीले धुएं की शिकायत की।
मौके पर काम करने वाले एक दमकलकर्मी ने कहा, हम खुदाई करने वालों का उपयोग करके कचरे के टीले के हिस्सों को तोड़ते हैं और भागों में पानी डालते हैं। एकमात्र मुद्दा यह है कि आग अंदर गहरी है, और हम उन हिस्सों तक नहीं पहुंच सकते हैं। आग बुझाने के लिए पानी लाने के ट्रकों को भी बुलाया जाता है।