अक्सर ही लोगों के मन में यह सवाल जागता होगा कि मंदिर में जिन फूलो और पत्तियो का इस्तमाल होता है, पूजा के बाद उनका क्या होता है? लेकिन अब से लोगों के पास इस सवाल का जवाब होगा। नोएडा में अब से मंदिर से निकलने वाले फ्लोरल वेस्ट से अगरबत्ती और खाद्य बनाया जाएगा। दरअसल, नोएडा शहर के मंदिर कमिटी इस कार्य की मांग कर रहा था। जिसके बाद नोएडा प्राधिकरण शहर के मंदिरों से निकलने वाले फूल, फल, पत्ते को कूड़े में फेंकने की जगह इन्हें इकट्ठा कर इनसे खाद्य और अगरबत्ती बनाई जाएगी।
नोएडा प्राधिकरण ने फ्लोरल वेस्ट को उठाने वाली गाड़ियों को भी हरी झंडी दिखा दी है। प्राधिकरण की सीईओ ऋतु माहेश्वरी ने फ्लोरल वेस्ट उठाने वाले वाहनों को आज हरी झंडी दिखाई। आपको बता दें कि यह गाड़ियां शहर के 34 मंदिरों से रोजाना फूल और पूजा सामग्री इकठ्ठा करने के लिए जाया करेंगी, फिर इन सभी चीजों को नारी निकेतन भेज जाएगा, वहां पर इस फ्लोरल वेस्ट से खाद्य और अगरबत्ती बनाई जाएगी।
श्री लाल मंदिर सेक्टर-2, शिव मंदिर सेक्टर-3, ओम शिव मंदिर, दुर्गा श्री हनुमान मंदिर, श्री साईं बाबा मंदिर, नयाबांस, शिव शक्ति मंदिर, सीता राम मंदिर, नयाबांस सेक्टर-15। श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर-17, हनुमान मंदिर सेक्टर-20, शिव मंदिर सेक्टर-23, शिव शक्ति मंदिर सेक्टर-25, श्री हनुमान मंदिर सेक्टर-26, श्री शिव नारायण सनातन धर्म मंदिर सेक्टर-30, श्री राधा कृष्ण मंदिर, श्री हनुमान मंदिर सेक्टर-31, शिव शक्ति मंदिर, श्री सनातन शिव मंदिर सेक्टर-34, श्री हनुमान मंदिर सेक्टर-35, श्री राम मंदिर सेक्टर-36, प्राचीन शनि धाम मंदिर सेक्टर-40, श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर-37, प्राचीन शिव काली मंदिर सेक्टर-41, प्राचीन शक्ति मंदिर सेक्टर-42, भूमि माता मंदिर, शिव मंदिर छलेरा, श्री प्राचीन शनि मंदिर सेक्टर-44। श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर-50, प्राचीन शिव मंदिर सेक्टर-50, माता रानी मंदिर सेक्टर-51, प्राचीन मां मंदिर, महा शक्ति धाम मंदिर सेक्टर-52, शिव शक्ति दुर्गा मंदिर, माँ भगवती दुर्गा मंदिर सेक्टर-53 और संस्कृति सेवा समिति मंदिर सेक्टर-92 से मंदिरों का फ्लोरल वेस्ट इकट्ठा किया जाएगा।
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