गुरुग्राम। Focus on Immediate Problems first RWA आरडब्लूए सोसायटियों को नियम, कानून और ज्ञान के प्रति जागरूक करने के लिए शुक्रवार को आयोजित सेवोकॉन के शुभारंभ शुभारंभ सत्र में रेरा पंचकूला के चेयरमैन राजन गुप्ता ने कहा कि यह सेवोकॉन आरडब्ल्यूए की समस्याओं के समाधान की दिशा में किया गया एक बेहतर प्रयास है। ऐसे में आरडब्ल्यूए को अपनी सभी समस्याएं एक साथ लेने की बजाय तात्कालिक समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए उनका हल करवाना चाहिए।
राजन गुप्ता ने कहा कि सोसायटी का रखरखाव, बिजली व पानी सप्लाई, सीवरेज सिस्टम, कचरा निस्तारण आदि से जुड़ी समस्याओं पर पहले ध्यान देने की जरूरत है। श्री गुप्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी अलॉटियों की समस्याओं को सुलझाने के लिए पूर्णत: प्रयासरत है, लेकिन यह तभी संभव है जब सभी एजेंसियां जैसे नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग, डेवेलेपर्स या प्रमोटर्स तथा आरडब्ल्यूए व अलॉटी अपनी-अपनी भूमिकाओं को समझते हुए उनका निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट प्रोजेक्ट भी एक प्रोडक्ट अथवा उत्पाद की तरह है और जब अलॉटी ने प्रोडक्ट की कीमत अदा कर दी है तो वह प्रोडक्ट उसका हो जाना चाहिए।
नगर एवं ग्राम योजनाकार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना के दौर के बाद भाग्यवश अब रियल एस्टेट में दोबारा से वृद्धि देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि जीडीपी अर्थात् सकल घरेलू उत्पाद में रियल एस्टेट सेक्टर का 12 से 13 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह आशा की जा रही है कि सन् 2030 तक यह सेक्टर एक ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। कंज्यूमर के तौर पर अलॉटी को महत्वपूर्ण हितधारक बताते हुए उन्होंने कहा कि हमारा विश्वास है कि कंजूमर इज द किंग, जिसके लिए घर बनाया जा रहा है।
श्री सिंह ने कहा कि ग्राहकों की समस्याओं के स्थायी समाधान के लिए सरकार द्वारा इस दिशा में सार्थक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने फरवरी में आयोजित अर्बन डिवलेपमेंट कॉन्कलेव का उल्लेख करते हुए कहा कि उसमें 19 महत्वपूर्ण फैसले लिए गए थे, जिनकी अधिसूचना जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि अलाटियों या आरडब्ल्यूए से जुड़े मुद्दों की पहचान करने की हमने कोशिश की है और पहचान करके उनका समाधान करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे। इसमें आरडब्ल्यूए या अलाटियों की समयबद्ध तरीके से समस्या निस्तारण की प्रक्रिया भी बनाई जाएगी।