होम / Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States : चार राज्यों में हिंदुओं की आबादी चार फीसदी से भी कम, क्या मिलेगा अल्पसंख्यक का दर्जा

Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States : चार राज्यों में हिंदुओं की आबादी चार फीसदी से भी कम, क्या मिलेगा अल्पसंख्यक का दर्जा

• LAST UPDATED : April 4, 2022

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :

Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States : देश के चार राज्यों में हिंदुओं की आबादी चार फीसदी से भी कम हो गई है। इसे लेकर एक प्रश्न बना हुआ है कि क्या हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा मिलेगा। देश के छह राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा देने का मामला देश की सर्वोच्च अदालत की चौखट पर है।

सुप्रीम कोर्ट इस मामल की सुनवाई मई में हो सकती है। वकील और भाजपा नेता अश्विनी कुमार उपाध्याय ने अपनी याचिका में राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग अधिनियम 1992 और राष्ट्रीय शैक्षणिक संस्था आयोग की वैद्यता को चुनौती देते हुए इन राज्यों में हिंदुओं को अल्संख्यक का दर्जा देने की वकालत की है।

असम में मुस्लमान अब नहीं है अल्पसंख्यक Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States 

Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने बताया कि राज्य में मुस्लिम समुदाय के लोग अब अल्पसंख्यक नहीं है। राज्य के कई जिलों में हिंदू अल्पसंख्यक हैं। ऐसे में हिंदुओं को भी अल्पसंख्यक का दर्जा मिलना चाहिए। कई ऐसे जिले हैं जहां हिंदुओं की आबादी पांच हजार से भी कम है।

हिंदुओं को मेघालय में मिले अल्पसंख्यक का दर्जा

टीएमसी सांसद शांता क्षेत्री ने राज्यसभा में यह मांग की है कि मेघालय में हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने केंद्र सरकार और गृह मंत्रालय से अपील करते हुए कहा है कि राज्यों में जहां हिंदुओं की संख्या कम है वहां हिंदुओं को अल्पसंख्यक का दर्जा मिलना चाहिए।

यहां यहां है हिंदू अल्पसंख्यक

लद्दाख 01 प्रतिशत, मिजोरम 2.75 प्रतिशत, लक्षद्वीप 2.77 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर 04 प्रतिशत, नागालैंड 8.74 प्रतिशत, मेघालय 11.52 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश 29 प्रतिशत, पंजाब 38.49, मणिपुर 41 प्रतिशत,

यहां है अन्य धर्मों की सर्वाधिक जनसंख्या

Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States

लद्दाख में मुस्लिम 46 प्रतिशत, मिजोरम में इसाई 87 प्रतिशत, लक्षद्वीप में मुस्लिम 96.58 प्रतिशत, जम्मू-कश्मीर में मुस्लिम 68.3 प्रतिशत, नागालैंड में इसाई 90.2 प्रतिशत, मेघालय में इसाई 74.59 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश में इसाई 30.26 प्रतिशत, पंजाब में सिख 57.69 प्रतिशत, मणिपुर में इसाई 41.29 प्रतिशत है। यह आकड़ा 2011 में किए गए जनगणा के अनुसार है। (Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States)

मुस्लिम आबादी में हुआ है इजाफा

पीयू रिसर्च सेंटर की माने तो देश में हिंदुओं की आबादी 79.8 फीसदी है। जबकि मुस्लिमों की 14.2, इसाई, बौद्ध, जैन, सिख धर्म की आबादी छह फीसदी है। 1951- 2011 के बीच हिंदू जनसंख्या में 4.3 फीसदी की कमी आई हैं। वहीं मुस्लिमों की आबादी में 4.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई हैं।

देश में अभी छह धर्म हैं अल्पसंख्यक

भारत सरकार ने छह धर्मों को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया है। इसमें मुस्लिम, इसाई, सिख, बौद्ध, पारसी और जैन धर्म शामिल है। सरकार ने 2014 में जैन धर्म को अल्पसंख्यक की श्रेणी में शामिल किया था। वहीं अन्य धर्मों को 1993 में ही अल्संख्यक का दर्जा दे दिया था।

अदालत में केंद्र सरकार ने दी दलील

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में महाराष्ट्र सरकार एक फैसले का हवाला देते हुए कहा है कि 2016 में राज्य सरकार ने यहूदियों को अल्पसंख्यक समुदाय का दर्जा दिया था। ऐसे में राज्य अपने यहां धार्मिक या भाषा के आधार पर अल्पसंख्यक का दर्जा दे सकता है। (Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States)

यहां भाषा के आधार पर दिया गया है अल्पसंख्यक का दर्जा

कर्नाटक सरकार ने हिंदी, उर्दू, तेलगु, तमिल, मलयालम, मराठी, तुलु, लमानी, कोणकणी और गुजराती भाषा को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया है। अल्पसंख्यक मंत्रालय के अनुसार वर्ष 2014 के बाद से अल्पसंख्यक समुदाय के पांच करोड़ छात्र-छात्राओं को आर्थिक सहायता की गई है।

क्यों की जा रही हैं अल्पसंख्यक के दर्जे की मांग

देश में अल्पसंख्यक आयोग का गठन वर्ष 1992 में किया गया था। जिस धर्म को अल्पसंख्यक का दर्जा मिलता है उसे सरकारी नौकरियों में आरक्षण, बैंकों से सस्ता कर्ज और अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त शिक्षण संस्थानों में दाखिले में वरीयता के साथ अन्य सुविधाएं मिलती है। इससे लोगों के जीवन में बेहतर अवसर मिलते है। (Four Percent Of The Population Of Hindus In Four States)

Also Read : The Target Of Vaccination Is Only 87 Days Left : 280 करोड़ लोगों को कोरोना का टीका लगाने का है लक्ष्य, मात्र 87 दिन हैं बचे

Also Read : Second Dose Of Covid Vaccine : दिल्ली की 90 प्रतिशत आबादी को दी जा चुकी है कोविड टीके की दूसरी खुराक : सिसोदिया

Also Read : High Court Strict : अतिक्रमण और अनधिकृत निर्माण के खिलाफ हाई कोर्ट सख्त

Also Read : Delhi riots 2020 : दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोनिया गांधी-राहुल गांधी, अनुराग ठाकुर और कपिल मिश्रा को भेजे नोटिस

Also Read : Hearing In High Court On May 10 : उच्च न्यायालय में एफबी-ट्विटर और गूगल की याचिकाओं पर 10 मई को सुनवाई

Also Read : Pradeep Runs On The Streets At Night To Fulfill His Dream : दिन को काम करने के बाद प्रदीप अपने सपने को पूरा करने के लिए रात को सड़को पर है दौड़ता

Connect With Us : Twitter | Facebook Youtube 

 

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox