इंडिया न्यूज़, नई दिल्ली :
दिल्ली में पहली बार कोरोना की एहतियाती खुराक मुफ्त लगने के बाद कोविड टीकाकरण में अत्यधिक तेजी देखने को मिली है। पीछले दो दिनों की बात करे तो एहतियाती खुराक का टीकाकरण ढ़ाई गुना तक बढ़ गया है। देश में 10 अप्रैल से एहतियाती खुराक दी जा रही है। खुराक के ठीक 11 दिन बाद जब केजरीवाल सरकार ने 18 से 59 साल की उम्र के लोगों के लिए इसे मुफ्त लगाने का निर्णय किया तो 21 से 24 अप्रैल के मध्य ही दिल्ली के 59 हजार लोगों ने तीसरी खुराक लगवाकर अपनी कोविड वायरस से सुरक्षा सुनिश्चित की है।
दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने बताया की इस महीने की 10 से 21 अप्रैल तक दिल्ली में केवल 5 हजार लोगों को ही एहतियाती खुराक दी जा रही थी। इनमें सर्वाधिक फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्य कर्मी और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले व्यक्तियों को ही टीका लगा रहे थे। क्योंकि इन्हें सरकारी केंद्रों पर निशुल्क टीकाकरण की सुविधा मिल रही थी।
इस बीच 370 रुपये की राशि का भुगतान कर एहतियाती खुराक लेने वाले 18 से 59 साल की आयु वालों की संख्या करीब एक से दो हजार ही दर्ज की गई थी लेकिन जब से इसे निशुल्क किया गया तब इस संख्या में वृद्धि देखने को मिली है। 21 अप्रैल से अब तक इनकी संख्या 10 से बढ़कर 25 हजार का आंकड़ा पार कर चुकी है। बीते 23 अप्रैल को दिल्ली वासियों में पहली बार 25,704 लोगों ने मुफ्त एहतियाती खुराक का लाभ उठाया है। जिनमें 16 हजार लोग 18 से 59 साल की आयु के थे।
सुत्रों के मुताबिक दिल्ली में 18 से 59 साल वालों को एहतियाती खुराक प्राइवेट अस्पतालों में लगाई जा रही है। प्राइवेट अस्पतालों में इस खुराक को 370 रूपये के चार्ज शुल्क पर लगाया जा रहा है। दूसरी तरफ यही खुराक दिल्ली के सहकारी टीका केंद्रों पर मुफ्त में लगाई जा रहीं है। जब से इस कोविड डॉज को मुफ्त किया गया तब से इसे लगवाने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है।
Read More : दिल्ली कोरोना अपडेट : राजधानी में आये 24 घटें के भीतर 1083 नए मामले
यह भी पढ़े : गाजियाबाद के स्कूलों में मिले सबसे ज्यादा कोरोना केस, छात्र और शिक्षक संक्रमित