India News(इंडिया न्यूज़)G20 2023: राजधानी दिल्ली में 9 और 10 सितंबर को होने वाले शिखर सम्मेलन के मद्देनजर सख्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। आयोजन को सफल बनाने के लिए सरकार जी जान से जुटी है। ऐसे में विदेशी मेहमानों के लिए गुरुद्वारों में भी खास इंतजाम किए गए हैं। जिससे उन्हें गुरुद्वारों के दर्शन में किसी भी तरह की परेशानी ना हो।
जी20 समिट को लेकर जहां एक तरफ पूरी दिल्ली तैयार है। वहीं, यहां के ऐतिहासिक गुरुद्वारे में भी आने वाले मेहमानों और नेताओं को दर्शन कराने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। जी20 के लिए अमेरिका से लेकर चीन, कनाडा, फ्रांस, यूके और अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्ष और डेलिगेट्स आ रहे हैं। ऐसे में गुरुद्वारा बंगला साहिब और रकाबगंज साहिब में खास तैयारी की गई है।
गुरुद्वारा बंगला साहिब के चेयरमैन और दिल्ली गुरुद्वारा कमिटी के मेंबर भूपिंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि 8 से 10 सितंबर तक जी20 का ऑफिशल कार्यक्रम है। जानकारी मिली है कि कुछ डेलिगेट्स 11 सितंबर तक दिल्ली में रहने वाले हैं। ऐसे में किसी बड़े नेता ने कॉन्टेक्ट किया तो उन्हें गुरुघर के दर्शन कराए जाएंगे। इसके लिए गुरुद्वारा बंगला साहिब और रकाबगंज साहिब में तैयारी की गई है, क्योंकि यहां से कई नेताओं के होटल और भारत मंडपम् पास पड़ते हैं। प्रोटोकॉल और सिक्योरिटी को देखते हुए पहले के मुकाबले इन दिनों गुरुद्वारों में ज्यादा मुलाजिमों की ड्यूटी लगाई गई है।
भुल्लर ने बताया कि 2019 में प्रिंस चार्ल्स भी बंगला साहिब में मत्था टेकने आए थे। इसके अलावा भी कई देशों के मेहमान या नेता जब भी भारत आते हैं, तो वह गुरुद्वारे मत्था टेकने जरूर आते हैं। भुल्लर ने कहा कि जी20 काफी बड़ा प्लेटफॉर्म है। हम अपनी पूरी तैयारी कर चुके हैं।
पुलिस ने साफ किया है कि श्रद्धालु जिन्हें इस दौरान गुरुद्वारे जाना है, वे मेट्रो से ट्रेवल कर सकते हैं। ऐसा करने में कोई रोक टोक नहीं है। गुरुद्वारा कमिटी ने भी लोगों से अपील की है कि समिट के दौरान गुरुघर आने वाली संगत मेट्रो से आए और गुरु महाराज के दर्शन करें।
इसे भी पढ़े:G20 Earth Quake Alert: दिन-रात अलर्ट मोड पर रहेंगी टीमें , भूकंप के झटकों पर भी रहेगी खास नजर