India News(इंडिया न्यूज़)G20 in Delhi: 9 और 10 सितंबर को होने वाली जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए विभिन्न राष्ट्र के प्रमुखों के भारत आ चुके है। इस बार भारत इस बार के जी-20 की मेजबानी कर रहा है. जी 20 समिट के लिए भारत मंडपम् को जितना खूबसूरत सजाया गया है। शुक्रवार को देश के विदेश मंत्रालय ने देश दुनिया से आए अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लिए एक ब्रीफिंग रखी थी, जहां मीडिया सेंटर से लेकर प्रगति मैदान के G20 आयोजन से जुड़े चप्पे-चप्पे पर भारतीय संस्कृति नजर आ रही थी।
वहीं भारत मंडपम परिसर में आकर्षण का केंद्र बन रही है, 28 फीट ऊंची अष्टधातु से बनी नटराज की मूर्ति। 19 टन वजनी यह प्रतिमा तमिलनाडु से बनकर यहां लाई गई है। इस मूर्ति को उन्हीं कलाकारों के वशंजों ने तैयार किया है, जो चोल वंश के समय से अष्टधातु की प्रतिमाएं बनाने का काम किया करते थे।
कल्चरल कॉरिडोर G20 समूह को भारत का एक तोहफा है। इसमें एक ऐसा कल्चरल म्यूजियम तैयार किया गया है। यहां G20 देशों के साथ-साथ इस बार के अतिथि देशों की विशिष्ट सांस्कृतिक विरासत या कृतियों को संयोजा गया है। यह म्यूजिमय मूल रूप से होने के साथ ही डिजिटल रूप में भी है, जिसे ऑनलाइन भी देखा जा सकता है।कल्चरल कॉरिडोर को लेकर विदेशी मेहमानों में खासी उत्सुकता है।
G20 के दौरान भारत मंडपम में कई तरह की प्रदर्शनियों का आयोजन किया गया है, जिनमें मेहमानों की भारत की तकनीकी उपलब्धि से लेकर सांस्कृतिक विरासत की झलक देखने को मिल रही है। G20 आयोजन में भारत की ओर से भारतीय संस्कृति के साथ-साथ विश्व संस्कृति को भी उभारने की कोशिश की गई है।अमिताभ कांत ने बताया कि G20 के पूरे आयोजन में लगभग 300 कार्यक्रम संस्कृति से जुड़े हुए, जिसमें लगभग 18000 भारतीय कलाकारों को अपना हुनर और फन दिखाने का मौका मिला।