Ganesh Chaturthi: विश्व प्रसिद्ध स्वामिनारायण अक्षरधाम मंदिर में जलझुलनी एकादशी तथा श्रीगणेश-विसर्जन महोत्सव बड़े उल्लास से मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु तथा आमजन उपस्थित रहे। आपको बता दे कि आज सुबह ठाकुर जी की शृंगार आरती के बाद संतों तथा भक्तों ने एक शोभायात्रा का आयोजन किया। शोभायात्रा में कलामंडित पालकी में भगवान स्वामीनारायण व गणेशजी की भव्य प्रतिमा को विराजित किया गया। ठाकुर जी के जलविहार के लिए अक्षरधाम सत्संग मंदिर परिसर में एक विशिष्ट कृत्रिम जलकुंड तैयार किया गया था। आपको बता दे कि संतों-भक्तों ने पाच आरती तथा मिष्टान्न का अर्घ्य अर्पण कर भगवान स्वामीनारायण एवं गणेश जी को जल विहार करवाया।
उल्लेखनीय है कि प्रमुखस्वामी महाराज के शताब्दी उत्सव के निमित्त प्रकट ब्रहमस्वरूप महंतस्वामी महाराज ने अखिल विश्व के समस्त बीएपीएस मंदिरों में गणेश जी के सप्तदिवसीय उत्सव को शानदार तरीके से मनाने का आदेश दिया था। इसी के तहत अक्षरधाम सहित समस्त विश्व में जलझूलनी एकादशी व गणपति विसर्जन का विशिष्ट कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
यमुना मॉनिटरिंग कमिटी की 2019 की रिपोर्ट के अनुसार विसर्जन के बाद यमुना में क्रोमियम की तय मात्रा तय मानक 5 एमजी प्रति लीटर से 11 गुणा अधिक और आयरन की मात्रा तय मानक 0.3 एमजी प्रति लीटर से 71 गुणा अधिक हो जाती है। इसके अलावा नीकल का स्तर भी कहीं अधिक बढ़ जाता है। यमुना में औसत दौ लाख लोग गणेश चतुर्थी पर मिलकर 2019 से पहले तक 24000 मूर्तियो को विसर्जित करते थे। पहली बार 2019 में यमुना में विसर्जन पर पूरी तरह रोक रही और तमाम घाट पर श्रद्धालुओं को रोकने के लिए पुलिस का कड़ा पहरा रहा।
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