इंडिया न्यूज, गुरुग्राम। गुरुग्राम के गुरुकुल की 6 छात्राएं खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मलखम्ब में अपना जौहर दिखाएंगी। पंचकूला में 4 जून से शुरू हो रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए ये छात्रा जी जान से मेहनत कर रही है। गुरुग्राम जिला में खेलो इंडिया के प्रमोशन सेरेमनी व राहगिरी के बाद माहौल पूरी तरह खेलमय हो गया है। इन खेलों में गुरुग्राम जिला से 37 खिलाड़ी अपना दम दिखाएंगे। इन में से ही भगवती आर्यकन्या गुरुकुल की वे 6 छात्राएं हैं, जो खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2021 में होने जा रही मलखम्ब प्रतियोगिता में भाग लेंगी।
गुरुकुल की ये 6 छात्राएं मानसी, दिशा यादव, दीक्षा, निशा, सुनैना तथा सपना ने राज्यस्तरीय व राष्ट्रीय स्तर पर मलखंब प्रतियोगिताओं में भागीदारी लेते हुए प्रतियोगियों को कड़ी चुनौती दी थी। अब ये छात्राएं खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 के लिए चयनित हुई है। इन छात्राओं ने झज्जर में आयोजित की गई स्टेट मलखंब प्रतियोगिता तथा उज्जैन में हुई राष्ट्रीय चैंपियनशिप 33वीं नेशनल सब जूनियर चैंपियनशिप 2020-21 में भाग लेते हुए विरोधियों को कांटे की टक्कर दी थी। गुरुकुल के संचालक डॉ. रविंद्र आर्य तथा संचालिका दमयंती देवी के कुशल नेतृत्व में ये छात्राएं नियमित अभ्यास तथा कठोर शारीरिक परिश्रम कर खेलो इंडिया के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं।
जिला खेल एवं युवा कार्यक्रम अधिकारी संधू बाला ने बताया कि मलखंब एक प्राकृतिक एवं पारंपरिक भारतीय खेल है। मलखंब दो शब्दों से मिलकर बना है-मल्ल और खंब। इसे अंग्रेजी में जिम्नास्ट तथा पोल कहा जाता है। उन्होंने बताया कि मलखंब कम समय में पूरे शरीर का अधिकतम व्यायाम करवाता है। इसमें शरीर के प्रत्येक अंग का हाथ से पैर की उंगली तक का भी व्यायाम होता है। मलखंब में 3 तरह के इवेंट होते हैं, जिसमें पोल मलखंब, रोप मलखंब तथा हैंगिंग मलखंब शामिल है।
मलखंब के फायदों के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि मलखंब शरीर को हल्का और मजबूत करता है तथा व्यक्ति का स्टैमिना बढ़ाते हुए शरीर को फुर्तीला और दिमाग तेज बनाता है। यह एक फुल बॉडी वर्कआउट है जिसमें कई तरह की ताकत और कार्डियो एक्सरसाइज शामिल हैं। गठिया आदि रोगों में यह विशेष तौर पर लाभदायक है। इसके अलावा मधुमेह की बीमारी से ग्रसित व्यक्ति के शुगर लेवल को भी यह नियंत्रित करता है।