HIV Patient Protest: दिल्ली में एचआईवी रोगियों ने राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन कार्यालय के बाहर एंटीरेट्रोवायरल दवाओं की कमी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दैरान एक मरीज ने कहा कि एचआईवी की दवाएं स्टॉक से बाहर हैं। मरीज ने कहा कि अगर दवाएं नहीं होंगी तो भारत एचआईवी मुक्त कैसे बनेगा। बता दें, एचआईवी मरीजों ने 21 जुलाई से अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू किया है।
प्रदर्शन कर रहे एक मरीजों ने बताया कि दिल्ली और उसके आस-पास के राज्यों में पिछले पांच महीने से एंटीरेट्रोवायरल दवाओं की कमी चल रह रही है। एंटीरेट्रोवायरल दवाएं एचआईवी मरीजों को सामान्य और स्वस्थ्य जीवन जीने के लिए दिए जाते हैं। दवाओं की कमी के बारे में हमने राज्य ऑथरिटी को भी लिखा लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। आखिरकार हमें प्रदर्शन करना पड़ा।
दिल्ली नेटवर्क ऑफ पॉजिटिव पीपल के हरिशंकर सिंह ने बताया कि हमारा धरना प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा, जब तक दवाएं उपलब्ध नहीं करा दी जाती हैं। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन दवाओं की कमी को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम उठाए। संस्था द्वारा लापरवाही बरती जाती है। कई प्रदेशों में इस संगठन के सदस्य यह तक नहीं बता पाते हैं कि दवाएं खत्म होने के बाद कब तक आएंगी। एक मरीज ने बताया कि वह 2013 से एंटीरेट्रोवाइरल की दवाएं खा रहे हैं।
ये भी पढ़ें: मुस्लिम समाज ने कांवड़ियों पर की पुष्प वर्षा, नोएडा में दिखी गंगा-जमुनी तहजीब