India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Holi 2024: हमारे देश में होली हर राज्य में अलग-अलग तरीके से मनाई जाती है। पुरानी दिल्ली में भी होली अनोखे अंदाज में मनाई गई। होली के दिन पुरानी दिल्ली की सड़कें रंगों के त्योहार की हंसी और खुशी से भर जाती हैं। इस दिन यहां महामूर्ख सम्मेलन आयोजित करने की परंपरा हुआ करती थी।
भागीरथ पैलेस मार्केट में इलेक्ट्रिकल ट्रेड एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय शर्मा ने बताया कि इस महामूर्ख सम्मेलन के आयोजन के लिए दूर-दूर से हास्य कलाकारों और साहित्यकारों को आमंत्रित किया गया था। भागीरथ पैलेस से गधा जुलूस भी निकाला गया, जिसमें कई साहित्यकार भी शामिल हुए।
अजय शर्मा ने बताया कि इन सभी कार्यक्रमों की शुरुआत पंडित गोपाल प्रसाद व्यास (लोकप्रिय हास्य कवि) द्वारा की गई थी। वह लगभग 40 वर्षों तक चलता रहा। उनके जाने और निधन के बाद स्थानीय पार्षद राम प्रकाश गुप्ता और सामाजिक कार्यकर्ता इंद्र कुमार जैन ने लंबे समय तक ये कार्यक्रम जारी रखे। लेकिन उनके निधन के बाद पिछले 6-7 सालों से ये कार्यक्रम यहां बंद हो गए हैं।
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अजय शर्मा ने बताया कि जब पंडित गोपाल प्रसाद व्यास कार्यक्रम आयोजित करते थे, तब कोई न कोई हास्य कलाकार यहां आते थे। उन्होंने बताया कि बॉलीवुड फिल्मों में टुनटुन नाम से काम करने वाली उमा देवी खत्री और मशहूर कवयित्री अमृता प्रीतम भी यहां होली कार्यक्रम के लिए आती थीं।
इस कार्यक्रम के दौरान यहां एक गधा भी लाया गया था, जिस पर किसी न किसी को बैठाया गया और फिर पूरे चांदनी चौक में घुमाया गया। फेरे लेते समय पूरा जुलूस निकाला जाता था, जिसमें होली के गीत और तमाम तरह के चुटकुले होते थे। यात्रा फतेहपुरी चौक, फल सब्जी मंडी, कटरा से होकर गुजरती थी। इस दौरान हर गली-मोहल्ले में लोग उनके स्वागत के लिए कोल्ड ड्रिंक और मिठाइयां लेकर खड़े थे। इस सम्मेलन में उन्हें महामूर्ख की उपाधि से भी नवाजा गया और पुरस्कार स्वरूप गधे की मूर्ति भेंट की गई।
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