इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के आसपास खालिस्तानी झंडे लगने की घटना पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सबसे सुरक्षित जगह हिमाचल प्रदेश विधानसभा पर खालिस्तानी झंडा लगा कर चले गए, यह राज्य सरकार और पूरी भाजपा की असफलता है। एक गुंडे को बचाने में पूरी भाजपा और उनकी सरकारें व्यस्त हैं, तो वो हिमाचल प्रदेश और देश की सुरक्षा कैसे करेंगे? वहीं, आप की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि अगर भाजपा एक विधानसभा को सुरक्षा नहीं दे सकती है, तो आम इंसान को सुरक्षा क्या देगी।
हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा सिर्फ इसमें व्यस्त है कि गुंडों, लफंगों और दंगाइयों को कैसे बचाया जाए। इसलिए विधानसभा पर जो सुरक्षा होनी चाहिए, वो सुरक्षा नहीं है। वहीं, आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हिमाचल विधानसभा परिसर के आसपास खालिस्तानी झंडे लगाना, देश और हिमाचल प्रदेश के लिए शर्म की बात है। भाजपा और पुलिस अपराधियों को बचाने में लगी रहेगी, तो आतंकवादियों को झंडे लगाने से कैसे रोक पाएगी?
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के आसपास खालिस्तानी झंडे लगने की घटना पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि एक बार फिर यह साबित हो गया है कि पूरी बीजेपी एक गुंडे को बचाने में व्यस्त रहेगी, तो लोगों की सुरक्षा कैसे करेगी। एक गुंडे को बचाने के लिए पूरी बीजेपी और उनकी सरकारें व्यस्त हैं, तो वो हिमाचल प्रदेश और देश की सुरक्षा कैसे करेंगे? विधानसभा सबसे सुरक्षित जगह होता है और खालिस्तानी झंडा लगा के चले गए। इसका मतलब हिमाचल प्रदेश की सरकार और बीजेपी पूरी तरह से फेल साबित हुए हैं। यह घटना हिमाचल प्रदेश के लोगों का अपमान है। यह हिमाचल प्रदेश का इज्जत का मामला है।
खालिस्तानी झंडा फहराने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ हिमाचल प्रदेश की बात नहीं है। पहले जब बिहार एक था, तो पटना और रांची में विधानसभा थी। नागपुर और मुंबई में विधानसभाएं थीं। यह तो कई राज्यों की इस तरह से व्यवस्था है कि अलग-अलग जगहों पर विधानसभा के सत्र चलते हैं। इसका मतलब कि विधानसभा है ही नहीं, जयराम ठाकुर जी यह तो और ही हास्यास्पद बात कह रहे हैं।
कैबिनेट के एक मंत्री के पास हिंदुस्तान भर में जितने भी घर होते हैं, उसके सभी घरों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था होती है। अगर मंत्री के लिए सुरक्षा व्यवस्था होती है, तो विधानसभा के लिए नहीं होगी। जयराम ठाकुर का यह हास्यास्पद तर्क है। जब जयराम ठाकुर से सुरक्षा नहीं हो पाई तो वो अपने गुनाह को छुपाने के लिए कह रहे हैं कि वहां विधानसभा सत्र नहीं होता है। विधानसभा है, वहां पर कोई तो सत्र चलता है न, इसलिए उसकी सुरक्षा होनी चाहिए।
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