India News(इंडिया न्यूज़), IAS Awanish Sharan: हाल ही में रिलीज हुई विक्रांत मैसी स्टारर ’12वीं फेल’ को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। 12वीं फेल की कहानी मनोज नाम के एक गरीब लड़के की है जिसने आईपीएस अधिकारी बनने के लिए कड़ा संघर्ष किया और आखिरकार अपना लक्ष्य हासिल कर लिया। यह कहानी लोगों को खूब पसंद आ रही है। असल जिंदगी में भी ऐसे कई अफसर हैं जिनकी कहानी रील लाइफ फिल्मों से भी ज्यादा रियल है। ऐसे ही एक आईएएस अधिकारी हैं अविनाश शरण, जिन्होंने इस फिल्म को देखने के बाद अपनी दिल छू लेने वाली कहानी सोशल मीडिया पर शेयर की है। उन्होंने यह भी बताया है कि उनकी जिंदगी में पांडे से मुलाकात कैसे हुई।
फिल्म 12वीं फेल में ऑफिसर बनने के लिए संघर्ष करने वाले लड़के के दोस्त का नाम पांडे है और रियल लाइफ ऑफिसर अविनाश शरण ने भी अपने एक ऐसे ही दोस्त की कहानी शेयर की है जिसका नाम देव है। उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मुलाकात अपने ‘पांडेय’ से हुई। फिल्म में पांडे, मनोज का सबसे अच्छा दोस्त है जो उसे ग्वालियर से दिल्ली लाता है और पहली बार बताता है कि आईपीएस और आईएएस क्या होते हैं। मनोज की सफलता में ‘पांडेय’, श्रद्धा और गौरी भैया की अहम भूमिका है।
उन्होंने लिखा- हर सफल व्यक्ति का एक ‘पांडेय’ भी होता है। मैं अपने पांडे से तब मिला जब मैं कमरे की तलाश में ‘मुखर्जी नगर’ की गलियों में घूम रहा था। ‘देव’ मुझसे एक कोचिंग क्लास में मिले और उन्होंने मुझे रहने के लिए अपने फ्लैट में एक कमरा दिया। मुख्य परीक्षा के समय, जब मैं 103-104 डिग्री बुखार से पीड़ित था। देव मुझे ऑटो में परीक्षा केंद्र ले जाते थे।
अवनीश शरण ने आगे लिखा- पूरी परीक्षा के दौरान धौलपुर हाउस के बाहर खड़े रहते थे। अपने हाथ से खाना खिलाते थे। 4 मई को नतीजे वाले दिन भी मेरा पांडे मेरे साथ था। हालाँकि मेरे माता-पिता मेरे परीक्षा परिणाम को लेकर आशावादी नहीं थे, फिर भी वह मेरा दोस्त था। आईएएस अवनीश शरण द्वारा शेयर की गई इस पोस्ट को लोगों का खूब प्यार मिल रहा है। अवनीश शरण ने पहले भी शेयर किया था कि उन्हें ’12वीं फेल’ की कहानी कितनी पसंद आई। उन्होंने क्लाइमेक्स का वीडियो भी शेयर किया था और लिखा था- ये सिर्फ आपका रिजल्ट नहीं है। ये उन सभी के संघर्षों का नतीजा है जो तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद यूपीएससी परीक्षा देने का साहस जुटा पाते हैं।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के 2009 बैच के आईएएस अधिकारी अवनीश कुमार शरण चर्चा में हैं। राज्य लोक सेवा परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा में वह 10 से अधिक बार असफल हुए थे। वह एक साधारण छात्र थे, जिन्हें परीक्षा में बहुत अधिक अंक नहीं मिलते थे। 10वीं क्लास में 44.7 फीसदी, 12वीं क्लास में 65 फीसदी और ग्रेजुएशन में 60 फीसदी। इसके अलावा यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के पहले प्रयास में वह सीडीएस में असफल रहे, सीपीएफ और इंटरव्यू में असफल रहे और दूसरे प्रयास में ऑल इंडिया रैंक 77 रही। फिल्म 12वीं फेल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है।
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