India News (इंडिया न्यूज़), IAS Udit Prakash Rai, दिल्ली: एजीएमयूटी कैडर के आईएएस अधिकारी उदय प्रकाश राय की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर वह मुसीबत में फंस गए हैं। जानकारी के लिए बता दें दिल्ली सरकार के सतर्कता विभाग ने प्रकाश राय को भ्रष्टाचार के मामले में नोटिस भेजा है। जिसमें उन पर आरोप है कि उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड के मुख्य कर्मचारी अधिकारी के रूप में 15 वीं सदी के स्मारक को गिरा कर एक आधिकारिक आवास बनवाया था। जिसके बाद सतर्कता विभाग में आधिकारिक आवास के निर्माण में मिलीभगत को लेकर दिल्ली जल बोर्ड के पांच अभियंताओं को भी ‘कारण बताओ नोटिस’ भी जारी किया है। जिसमें अभियंताओं को 2 सप्ताह के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है।
बता दे कि पाठान शासकों का एक ‘महल’ और सैय्यद वंश द्वारा स्थापित खिजराबाद शहर का एकमात्र अवशेष दक्षिण-पूर्व दिल्ली में स्थित था। जिसको गिराने के लिए बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों ने कार्रवाई की मांग की है। सतर्कता विभाग की ओर से बुधवार को जारी नोटिस में कहा गया है कि स्मारक डीजेबी द्वारा पुरातत्व विभाग को सौंपे जाने की प्रक्रिया में था, लेकिन इस साल जनवरी में विभाग और डीजेबी के संयुक्त निरीक्षण के दौरान इसे गायब पाया गया।
बता दे उदित प्रकाश राय को इस नोटिस का जवाब देने के लिए दो सप्ताह का समय दिया गया है। बता दें कि इससे पहले अगस्त 2022 में दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कथित रूप से 50 लाख रुपये की रिश्वत लेने को लेकर गृह मंत्रालय से राय के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की थी। इस मामले में एक कार्यकारी अभियंता को अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगा था। भारतीय प्रशासिनक सेवा 2007 बैच के एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी राय वर्तमान में मिजोरम में तैनात हैं। सतर्कता विभाग के नोटिस पर उनकी ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी।