इंडिया न्यूज, नई दिल्ली :
भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को गोपनीय तरीके से देर रात जांच अधिकारी रवि नरवाल व जनकपुरी थानाध्यक्ष की निगरानी में ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जांच अधिकारी की तरफ से एक लिखित याचिका लगाई गई, जिसमें कहा गया कि पीड़ित बग्गा को हरियाणा से बरामद कर लिया गया है। पीड़ित की मेडिकल रिपोर्ट में उनके पीठ व कंधे में चोट की पुष्टि हुई है। हालांकि पीड़ित बग्गा ने अदालत को बताया कि यह चोट सुबह उन्हें जबरन उठाकर ले जाते समय खींचा-तानी के बीच आईं।
पुलिस ने अदालत को बताया कि पीड़ित बग्गा को हरियाणा से दिल्ली लाकर यहां उनकी मेडिकल जांच कराई गई है। इस मौके पर बग्गा के वकील संकेत गुप्ता भी मौजदू थे। बग्गा की तरफ से उनके वकील ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष कहा कि उनके मुवक्किल को भविष्य में इस तरह का खतरा हो सकता है। इस पर अदालत ने वहां मौजूद जनकपुरी थानाध्यक्ष को निर्देश दिया कि वह पीड़ित को अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान करें। बताया जाता है कि बग्गा को रात पौने 12 बजे ही पेश कर दिया गया था, लेकिन इसकी सूचना किसी को नहीं थी। यहां तक की बग्गा के मजिस्ट्रेट के आवास पर आने व जाने तक का किसी को पता नहीं चला। वकील ने बाहर आकर तमाम जानकारी दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस घटना के पीड़ित तजिंदर पाल सिंह बग्गा सोमवार को द्वारका अदालत में अपने बयान दर्ज करा सकते हैं। बहरहाल उनकी मानसिक व शारीरिक स्थिति को देखते हुए पुलिस शनिवार को उनके बयान दर्ज नहीं कराना चाहती। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को पुलिस इस पूरे घटनाक्रम को लेकर द्वारका अदालत में बग्गा के बयान दर्ज कराएगी। इस मामले की सुनवाई देर रात होने के चलते ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने पुलिस व पीड़ित पक्ष को सुनने के बाद लिखित आदेशपत्र जारी किया। उन्होंने हस्तलिखित आदेश की प्रति रिकॉर्ड के साथ ही पुलिस व पीड़ित के वकील को भी उपलब्ध कराई। इसके अलावा बग्गा की इच्छा के अनुसार सुरक्षित उनके घर तक छोड़ने को भी कहा।
ये भी पढ़े : तजिंदर पाल बग्गा मामले में पंजाब पुलिस पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने साधा निशाना
Connect With Us : Twitter | Facebook | Youtube