India News (इंडिया न्यूज़) : दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र की शुरुआत आज से हो गई है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने सदन में इसका विरोध जताया। BJP विधायकों ने सत्र के दौरान अलग-अलग मुद्दों पर AAP सरकार को घेरने का प्रयास किया। वहीं आम आदमी पार्टी द्वारा जल बोर्ड को फंड नहीं मिलने का ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाया गया, जिस पर नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि सरकार दिल्ली जल बोर्ड घाटे की जांच CBI से कराए।
दिल्ली सरकार वादा करने में विफल
बता दें, नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने 2013 से लेकर कुछ दिन पहले तक दिल्लीवासियों को विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार दिल्ली में 24 घंटे साफ पानी उपलब्ध कराएगी। बिधूड़ी के अनुसार, सरकार वादा पूरा करने में विफल हुई है। दिल्ली जल बोर्ड 72 हजार करोड़ रुपये के घाटे में चल रहा है। जबकि सीएम ने 500 करोड़ मुनाफे की बात कही थी।
दिल्ली जल बोर्ड घाटे की जांच CBI से हो
दिल्ली जल बोर्ड घाटे की जांच CBI से करने की मांग को लेकर बिधूड़ी ने कहा कि सौरभ भारद्वाज सदन में हैं, क्या कारण है कि 2016 से जल बोर्ड के खातों की जांच नहीं कराई गई? हाई कोर्ट के कहने के बावजूद क्या वजह है कि ऑडिट नही हो रहा? देश मे ऐसा दूसरा उदाहरण कही नहीं है। दिल्ली में पीने का पानी दूषित है, 7,500 सैंपल बोर्ड ने उठाए, रिपोर्ट में 2,500 सैंपल फैल हो गए। इसपर मंत्री साहब जवाब दें।
आगे विधूड़ी ने सौरभ भारद्वाज से सीधा सवाल करते हुए कहा कि दिल्ली में जल उपभोक्ता जब बिल देते है तो पैसा एक बैंक को जाता है, उसी दिन या अगले दिन जल बोर्ड को पैसा मिलता है। बैंक ने आगे subcontract कैसे दे दिया नियमो का उल्लंघन हुआ। निजी खातों में उपभोक्ताओं का पैसा कैसे जमा हुआ, मंत्री जवाब दें? कांट्रेक्टर को 5% कमीशन बढ़ाकर 6% क्यों हुआ? इसपर मंत्री साहब जवाब दें।
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