India News(इंडिया न्यूज़)Israel-Hamas War: इजराइल और फिलिस्तीन के बीच विवाद भारत के विश्वविद्यालयों तक पहुंच गया है। दिल्ली स्थित जेएनयू और जामिया यूनिवर्सिटी के छात्र संगठनों ने फिलिस्तीन का समर्थन किया है। इसके समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्टर भी जारी किए गए हैं। आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच पिछले शनिवार से ही तनातनी चल रही है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच चल रही जंग का मुद्दा शिक्षण संस्थानों तक पहुंच गया है। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्र संगठन आइसा, जेएनयूएसयू और जामिया के एनएसयूआई और एसएससी छात्र संगठनों ने फिलिस्तीन का समर्थन किया है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी किए गए हैं। पिछले शनिवार को फिलिस्तीनी हमास द्वारा इजराइल पर लगातार 5000 रॉकेट हमलों के बाद इजराइल ने युद्ध की घोषणा कर दी और अब युद्ध जारी है।
आइसा के बालाजी का कहना है कि ये कोई धार्मिक लड़ाई नहीं है। ये आज़ादी की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई साम्राज्यवाद के खिलाफ है। इजराइल पिछले 40 सालों से फिलिस्तीन में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को मार रहा है। भारत और दुनिया के बड़े और शक्तिशाली देशों को फ़िलिस्तीन और इज़रायल के बीच इस युद्ध का समाधान ढूंढना चाहिए और मानवता को बचाना चाहिए।
इसके साथ ही जामिया की एनएसयूआई इकाई ने भी फिलिस्तीन का समर्थन किया है। जामिया की एनएसयूआई इकाई के प्रभारी अब्दुल हमीद ने कहा कि हम फिलिस्तीन का समर्थन नहीं करते। दरअसल हम हर तरह की हिंसा के ख़िलाफ़ हैं। हम अहिंसा का समर्थन करते हैं। लोग हमारे पोस्टर को गलत समझ रहे हैं। हम किसी का समर्थन या विरोध नहीं कर रहे हैं। भारत सरकार भले ही इजराइल का समर्थन करती हो, लेकिन हम अहिंसा का समर्थन करते हैं।’ इसके अलावा जामिया के दूसरे छात्र संगठन एसएससी ने भी फिलिस्तीन का समर्थन किया है, लेकिन उन्होंने टीवी9 से बात करने से इनकार कर दिया।
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