India News Delhi (इंडिया न्यूज), Iran Israel Conflict : दोस्ती कब दुश्मनी में बदल जाएगी ये किसी को पता। ऐसा ही कुछ इजराइल और ईरान के साथ हुआ। ये दोनों देश कभी बहुत अच्छे दोस्त हुआ करते थे। एक समय था जब इजराइल ने ईरान के लिए सद्दाम हुसैन और पूरी दुनिया से दुश्मनी ले ली थी। आज इजराइल और ईरान एक दूसरे के दुश्मन बन गये हैं।
अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायल और ईरान के बीच किसी भी समय युद्ध छिड़ सकता है। दावा किया जा रहा है कि ईरान 100 से ज्यादा ड्रोन और दर्जनों मिसाइलों से इजरायल पर हमला करने की तैयारी कर रहा है। ऐसे में दो अच्छे दोस्त देशों के बीच हालात कैसे बदल गए? आखिर इसकी वजह क्या है? हमें बताइए।
ईरान और इजराइल के बीच तनाव के वैसे तो कई बड़ी वजहें हैं लेकिन उनमें तीन-चार मुद्दे काफी महत्वपूर्ण हैं। पहली बात तो यह है कि मध्य पूर्व के इन दोनों देशों के बीच लंबे समय से वैचारिक मतभेद रहे हैं। दोनों देशों के बीच भू-राजनीतिक और ऐतिहासिक मतभेद भी रहे हैं। दोनों देशों के बीच समय-समय पर हितों का टकराव भी देखा गया। इजराइल यह दावा करता रहा है कि ईरान उसके खिलाफ लड़ने वाले समूहों का समर्थन करता रहा है। उधर, ईरान का दावा है कि इजरायल ने अपने गुप्त सैन्य अभियान के चलते उसकी सेना के कई कमांडरों को निशाना बनाया है।
जब इन दोनों देशों से एक दूसरे पर हमलों के बारे में पूछा जाता है तो दोनों ही इनकार कर देते हैं। जब ईरान इजराइल पर आरोप लगाता है तो इजराइल ईरान पर आरोप लगाता रहता है। तनाव के कारण दोनों देश अलग-अलग समूहों का समर्थन करते हैं. ईरान सीरिया का समर्थन करता है। इसके साथ ही यह लेबनानी समूह हिजबुल्लाह की भी सहायता करता है। दूसरी तरफ, इज़राइल सीरिया का विरोध करता है और हिजबुल्लाह समूह को फूटी आँख भी देखना भी नहीं चाहता है।
इजराइल और ईरान के बीच दुश्मनी 1979 में शुरू हुई थी। ईरानी क्रांति के दौरान इजराइल के सहयोगी माने जाने वाले ईरान के शाह को गद्दी से हटा दिया गया था। ईरान के शाह को सत्ता से हटाने के बाद देश में इस्लामिक गणतंत्र की स्थापना हुई। फिर अयातुल्ला रूहुल्लाह खुमैनी को ईरान के सर्वोच्च नेता की गद्दी सौंप दी गई. अयातुल्ला रूहुल्लाह के समय से ही ईरान का रुख इसराइल विरोधी होने लगा था। दोनों देशों के बीच अक्सर तनाव देखा जाने लगा। यहीं से दोनों देशों के बीच तनाव की शुरुआत हुई।
1979 में ईरानी क्रांति के बाद ईरान और इजराइल के बीच तनाव इतना बढ़ गया कि दोनों देशों के बीच रिश्ते काफी कड़वे हो गए। हालात ऐसे हो गए कि ईरान ने इजराइल से अपने सभी राजनयिक और व्यापारिक रिश्ते तोड़ दिए। दोनों देशों के बीच यह तनाव तक़रीबन 1990 तक लगातार जारी रहा। लगभग 11 साल तक दोनों देशों की ओर से एक-दूसरे को कमजोर करने और छति पहुंचाने की कई कोशिशें की गईं।
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