India News(इंडिया न्यूज़), Israel-Palestine conflict: इजराइल और हमास के बीच चल रही जंग को जल्द ही तीन महीने पूरे हो जाएंगे, लेकिन ये जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा है कि मुस्लिम देश इस युद्ध को खत्म करने में विफल रहे हैं और केवल पीएम मोदी ही इस युद्ध को खत्म कर सकते हैं।
दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने शुक्रवार को कहा कि इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष में मुस्लिम देश अपनी जिम्मेदारियों पर खरे नहीं उतरे हैं। अहमद बुखारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इजराइल पर कूटनीतिक दबाव डालकर युद्ध खत्म करने का आग्रह किया। युद्ध में पहले ही 21,300 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिससे एक और मानवीय संकट पैदा हो गया है, और गाजा की एक चौथाई आबादी भूख से मर रही है।
बुखारी ने एक बयान में कहा, ‘फिलिस्तीनी मुद्दा उस स्तर पर पहुंच गया है जहां संयुक्त राष्ट्र, अरब लीग और खाड़ी सहयोग परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों के तहत इस मुद्दे का तत्काल और स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है।
अहमद बुखारी ने आगे कहा, ‘मुस्लिम जगत इस संबंध में अपनी जिम्मेदारियों पर खरा नहीं उतरा है और वह कदम नहीं उठा रहा है जो उसे उठाना चाहिए और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। अंत में, मुझे उम्मीद है कि मेरे देश के प्रधान मंत्री युद्ध को समाप्त करने और इजरायली प्रधान मंत्री के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों के आधार पर मुद्दों को हल करने के लिए राजनयिक दबाव डालेंगे।
भारत ने इस महीने की शुरुआत में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक मसौदा प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया, जिसमें इजरायल-हमास संघर्ष में तत्काल मानवीय युद्धविराम के साथ बंधकों की बिना शर्त रिहाई की मांग की थी।
आपको बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के लड़ाकों ने इजरायल पर सबसे बड़ा हमला किया था, इस हमले में लड़ाकों ने करीब 1200 इजरायली लोगों को मार डाला था। इसके अलावा 240 लोगों को भी बंधक बना लिया गया, जिनमें महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। इनमें से कई बंधकों को रिहा कर दिया गया है, जबकि कई शव भी बरामद किए गए हैं। इस युद्ध में अब तक गाजा में 20 हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
इसे भी पढ़े: