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ISRO: अब चंद्रयान-4 की तैयारी, सॉफ्ट लैंडिंग से लेकर वापसी तक ऐसे होगा हर काम

• LAST UPDATED : March 6, 2024

India News(इंडिया न्यूज़), ISRO: चंद्रयान-3 के मिशन को आगे बढ़ाने के लिए इसरो ने चंद्रयान-4 मिशन पर काम शुरू कर दिया है। इस मिशन को लेकर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की ओर से ताजा अपडेट जारी किया गया है, जिसमें बताया गया है कि चंद्रयान-4 कैसे काम करेगा। यह भी बताया गया है कि चंद्रयान-3 में केवल 3 मॉड्यूल थे, जबकि चंद्रयान-4 में पांच मॉड्यूल होंगे। जिसका उपयोग सॉफ्ट लैंडिंग से लेकर सैंपल कलेक्शन और सुरक्षित वापसी तक एक के बाद एक किया जाएगा। हाल ही में इसरो चीफ एस सोमनाथ ने भी मिशन के बारे में जानकारी साझा की थी। अब इसरो ने सोशल मीडिया पोस्ट एक्स पर चंद्रयान-4 के बारे में मिशन की ताजा जानकारी दी है।

लॉन्चिंग से लेकर वापसी तक की यही प्रक्रिया होगी

यह अपने साथ पांच मॉड्यूल ले जाएगा। इसमें एसेंडर मॉड्यूल, डिसेंडर मॉड्यूल, प्रोपल्शन मॉड्यूल, ट्रांसफर मॉड्यूल और रीएंट्री मॉड्यूल होंगे। प्रत्येक मॉड्यूल का एक अलग कार्य होगा। सबसे खास बात ये है कि ये मिशन दो चरणों में लॉन्च किया जाएगा। सबसे पहले इसे पृथ्वी से लॉन्च किया जाएगा जो चंद्रमा पर उतरेगा और वहां चट्टान के नमूने एकत्र करेगा और उसके बाद इसे फिर से चंद्रमा की सतह से लॉन्च किया जाएगा जो फिर से पृथ्वी में प्रवेश करेगा। पहली बार लॉन्चिंग के समय चंद्रयान-4 का कुल वजन 5200 किलोग्राम होगा, जबकि जब इसे चंद्रमा से पृथ्वी की ओर लॉन्च किया जाएगा तो इसका वजन 1527 किलोग्राम रखा जाएगा, ताकि यह आसानी से प्रवेश कर सके। पृथ्वी की कक्षा।

कौन सा मॉड्यूल क्या करेगा? (ISRO)

  • प्रोपल्शन मॉड्यूल: रॉकेट से अलग होने के बाद, प्रोपल्शन मॉड्यूल पृथ्वी की कक्षा से लेकर चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश तक हर चीज के लिए जिम्मेदार होगा। चंद्रयान-3 के दौरान भी इस मॉड्यूल ने यही जिम्मेदारी निभाई।
  • डिसेंडर मॉड्यूल: प्रोपल्शन मॉड्यूल से अलग होने के बाद, यह मॉड्यूल सभी मॉड्यूल को चंद्रमा की सतह पर ले जाने के लिए जिम्मेदार होगा।
  • एसेंडर मॉड्यूल: नमूने एकत्र करने के बाद, यह चंद्र सतह से उड़ान भरेगा और ट्रांसफर मॉड्यूल के साथ पृथ्वी की कक्षा में पहुंचेगा।
  • स्थानांतरण मॉड्यूल: यह मॉड्यूल चंद्रमा से एकत्र किए गए नमूनों को पृथ्वी पर वापस लाने के लिए जिम्मेदार होगा।
  • री-एंट्री मॉड्यूल: री-एंट्री मॉड्यूल चंद्रमा से लिए गए नमूने लेने और उन्हें पृथ्वी पर सुरक्षित रूप से उतारने के लिए जिम्मेदार होगा।

चंद्रयान-3 में तीन मॉड्यूल थे

भारत के हालिया सफल चंद्र मिशन चंद्रयान-3 में तीन मॉड्यूल थे, ये प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और रोवर मॉड्यूल थे। प्रोपल्शन मॉड्यूल ने लैंडर को चंद्रमा की कक्षा में ले जाने में भूमिका निभाई। लैंडर मॉड्यूल ने सॉफ्ट लैंडिंग की और रोवर ने चंद्रमा से जानकारी एकत्र की।

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