India News(इंडिया न्यूज़), Jantar Mantar: संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान 143 सांसदों को निलंबित करने के फैसले के खिलाफ भारत ग्रैंड अलायंस के नेताओं ने शुक्रवार को जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान मंच पर तमाम विपक्षी दलों के नेता मौजूद रहे। शरद पवार, मनोज झा, सीताराम येचुरी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। इसके साथ ही निलंबित सांसद भी विरोध में शामिल हो गए हैं।
संसद से सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने प्रतिक्रिया दी। हुसैन ने कहा, ‘संसद सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। 700 से अधिक सांसद प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से चुने जाते हैं। सरकार को सांसदों को निलंबित करने और सदन चलाने का कोई अधिकार नहीं है। यह सरकार पूरी तरह से तानाशाही और अलोकतांत्रिक है।
#WATCH | Congress President Mallikarjun Kharge and NCP chief Sharad Pawar and leaders of INDIA parties take part in 'Save Democracy' protest against mass suspension of MPs, at Jantar Mantar in Delhi pic.twitter.com/nxslPhTB1V
— ANI (@ANI) December 22, 2023
बड़ी संख्या में सांसदों के निलंबन के खिलाफ भारतीय गुट के विरोध प्रदर्शन से पहले दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने संसद से विपक्षी सांसदों के बड़े पैमाने पर निलंबन को लेकर गुरुवार को केंद्र पर निशाना साधा और कहा कि हमारे देश में ‘संसदीय लोकतंत्र को श्रद्धांजलि’ लिखना शुरू करने का समय आ गया है। 19 दिसंबर को विपक्षी गठबंधन भारत गठबंधन की बैठक में सांसदों के निलंबन का मुद्दा उठा। इसके बाद सभी पार्टियों ने मिलकर 22 दिसंबर को विरोध प्रदर्शन करने का फैसला किया।
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