JNU Teachers Demand:
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में स्थित जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के टीचर्स एसोसिएशन ने मांग की है यूनिवर्सिटी के विभिन्न कक्षाओं में एडमिशन करने के लिए पुराने तरीके को अपनाया जाए। आपको बता दें कि जेएनयू यूनिवर्सिटी अपना खुद का एंट्रेंस टेस्ट आयोजित करती थी और वही एकमात्र सही तरीका है। दरअसल सीयूईटी (CUET 2022) में हो रही देरी से यहां के टीचर्स परेशान हैं और इसी वजह से उन्होंने यह डिमांड सामने रखी है। टीचर्स का कहना है कि नया सेशन शुरू होने में बहुत देर हो रही है।
जानें मांग उठने की वजह
टीचर्स ने यह मांग तब उठाई जब तकनीकी कारणों के कारण कई स्थानों पर सीयूईटी परीक्षा कैंसिल करनी पड़ी। कैंसिलकी गई परीक्षाओं को उन्ही जगहों पर सीयूईटी एग्जाम को फिर से रीशेड्यूल किया गया है। इस फैसले के चलते सीयूईटी परीक्षा जो पहले 20 अगस्त को खत्म हो रही थी वह अब 28 अगस्त तक चलेगी। जिस कारण पूरा सेशन लेट हो रहा है।
NTA से एग्रीमेंट तोड़ने की उठी मांग
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूनिवर्सिटी के टीचर्स ऑर्गेनाइजेशन ने जनरल बॉडी मीटिंग में यह मुद्दा उठाया था और कहा कि जेएनयू को एनटीए के साथ हुए करार को खत्म कर देना चाहिए। इसके साथ ही अपने पुराने तरीके पर वापस आ जाना चाहिए। इस टेस्ट का आयोजन भी एनटीए द्वारा ही होता था लेकिन यह छोटे स्तर पर आयोजित होता था।
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