India News(इंडिया न्यूज़)Joe Biden: 8 सितंबर से लेकर 10 सितंबर तक देश की राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। आयोजन को सफल बनाने के लिए सरकार जी जान से जुटी है। दुनियाभर के नेता भारत की अध्यक्षता में होने जा रहे G-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए राजधानी में होंगे। विदेशी मेहमानों के स्वागत के लिए दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम अपने-अपने स्तर पर तैयारियां कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सात सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे। इससे पहले उनके ठहरने से लेकर रूट तक को सुरक्षित किया गया है। इसमें अमेरिकी एजेंसियां भारतीय एजेंसियों के साथ काम कर रही हैं।
जी-20 सम्मेलन में शिरकत करने आ रहे सभी राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली को किले में तब्दील कर दिया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सात सितंबर को दिल्ली पहुंचेंगे। इससे पहले उनके ठहरने से लेकर रूट तक को सुरक्षित किया गया है। इसमें अमेरिकी एजेंसियां भारतीय एजेंसियों के साथ काम कर रही हैं।
अमेरिकी सिक्योरिटी एजेंट्स ने 3 महीने से नई दिल्ली में डेरा डाल रखा है। अमेरिकी राष्ट्रपति चार दिन भारत में रहेंगे। इस दौरान उनके सिक्योरिटी प्रोटोकॉल को लेकर खास तैयारी की गई है। बताया जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति आईटीसी मौर्या होटल में रुकेंगे। होटल के आसपास की पार्किंग बैन कर दी जाएगी। उनका रास्ता ऐसा तय किया गया है, जहां किसी की भी नजर न पड़े। उनके रूट पर पार्किंग बिल्कुल नहीं होगी। मौर्या के तीन फ्लोर पर सीक्रेट सर्विस के एजेंट मौजूद होंगे। साथ ही बाइडन के लिए जो रूट निर्धारित किया गया है, उस पर स्पेशल कमांडो को तैनात किया गया है। कुछ ऐसी व्यवस्था की गई है कि अगर जरूरत पड़ी तो अमेरिकी राष्ट्रपति को उनकी गाड़ी के सहित एयर लिफ्ट किया जा सकता है और उन्हें सुरक्षित ले जाया जाएगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का सिक्योरिटी प्रोटोकॉल इतना चुस्त है कि उन्हें बाथरूम में भी अकेला नहीं छोड़ा जाता है। बाथरूम में सीक्रेट सर्विस के एजेंट अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ होते हैं। अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के एजेंट हर उसे रास्ते पर स्नीफर डॉग के साथ चेकिंग करते हैं, जहां से राष्ट्रपति गुजरेंगे। इसके साथ ही उस रूट पर किसी भी गाड़ी के पार्किंग की अनुमति नहीं होती।
अमेरिकी राष्ट्रपति के किसी देश की यात्रा से कई हफ्ते पहले यूएस सीक्रेट सर्विस के एजेंट वहां पहुंच जाते हैं। यहां वो सुरक्षा को लेकर हर पहलू की जांच करते हैं। जिस होटल में राष्ट्रपति ठहरते हैं, उसमें ये एजेंट्स पहुंचते हैं। उस देश में होने वाली हर गतिविधियों पर उनकी नजरें होती हैं और वो किसी भी तरह की सुरक्षा चूक नहीं होने देते हैं। इसके साथ ही उस पूरे रूट को बम स्क्वॉड चेक करता है, जिससे राष्ट्रपति गुजरते हैं।
अब राष्ट्रपति बाइडेन के अमेरिका से रवाना होने से पहले की तैयारियों की बात करें तो उस दिन राष्ट्रपति अपने मरीन वन हेलिकॉप्टर में बैठकर एयरपोर्ट पहुंचते हैं। जहां उनका प्लेन एयरफोर्स वन होता है। उनके काफिले को पहले से ही एक दूसरे प्लेन में लोड कर दिया जाता है। तमाम सुरक्षा पहलुओं को जांचने के बाद राष्ट्रपति उड़ान भरते हैं।
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