इंडिया न्यूज, नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने कांग्रेस का साथ छोड़कर बुधवार को समाजवादी पार्टी के समर्थन से राज्यसभा सदस्य के लिए अपना नामांकन दाखिल किया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल वर्ष 2004 से 2014 तक यूपीए गठबंधन की सरकार के दौरान केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं।
अपने बेबाक अंदाज के लिए मशहूर कपिल सिब्बल 1989-90 तक वे भारत के अतिरिक्त महाधिवक्ता के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वर्ष 1998 में वह कांग्रेस पार्टी की ओर से राज्यसभा सदस्य रहे हैं। वह वर्तमान में उत्तर प्रदेश से कांग्रेस कोटे से राज्यसभा सदस्य हैं। दरअसल, इस बार कांग्रेस का यूपी में खराब स्थिति होने के कारण वह कपिल सिब्बल को दुबारा राज्यसभा नहीं भेज सकती थी।
इसलिए माना जा रहा है कि कांग्रेस ओर से रुख साफ नहीं होने पर उन्होंने समाजवादी पार्टी से अप्रत्यक्ष तौर पर मदद मांगी और अखिलेश यादव ने इससे इनकार नहीं किया और वह इस बार सपा की मदद से राज्यसभा के लिए नामांकन किया। गौरतलब है कि कपिल सिब्बल चौदहवीं लोकसभा के गठन के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल में विज्ञान एवं तकनीकी मामलों के साथ-साथ भू वैज्ञानिक मामलों के कैबिनेट मंत्री भी रहे है।
कपिल सिब्बल 2016 में आई हिंदी फिल्म ‘शोरगुल’ के लिए गीत भी लिख चुके हैं। पूर्व कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल को अक्सर कांग्रेस के एक बौद्धिक चेहरे के रूप में दिखाया जाता रहा है, वह विभिन्न समाचार पत्रों के नियमित कालम में पार्टी का पक्ष रखते रहे हैं। सिब्बल वीपी सिंह की सरकार में एडिशनल सालिसिटर जनरल रह चुके है। साल 2016 में सपा के समर्थन से कांग्रेस ने उन्हें उत्तर प्रदेश से राज्यसभा भेजा था। कपिल सिब्बल सोनिया और राहुल गांधी पर चल रहे नेशनल हेराल्ड केस में पैरवी भी कर रहे हैं। इस मामले में सोनिया और राहुल गांधी अभी जमानत पर हैं।
उल्लेखनीय है कि कपिल सिब्बल ने बुधवार को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के लिए नामांकन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस का नेता था, लेकिन अब नहीं हूं। उन्होंने कहा कि मैंने सपा के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है। मैं कांग्रेस की सदस्यता से 16 मई को इस्तीफा दे चुका हूं। उन्होंने सपा के समर्थन के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का आभार भी जताया।
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