इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
आईटीवी नेटवर्क ने भारतीय समाचार टेलीविजन पर एक ऐतिहासिक सीरीज मुख्यमंत्री मंच शुरू की है। अगले 20 दिन में ‘मुख्यमंत्री मंच’ प्रतिदिन देशभर के मुख्यमंत्रियों के साथ एक संवादात्मक साक्षात्कार (इंटरव्यू) प्रदर्शित करेगा। इसके तहत राज्य के लोगों को कैमरे और सोशल मीडिया के जरिए अपने मुख्यमंत्री से सवाल पूछने का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री युवाओं, विशेषकर फर्स्ट इन क्लास द्वारा तैयार किए गए छात्रों का मार्गदर्शन भी करेंगे। मुख्यमंत्री मंच के सातवें शो में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई उपस्थित हुए।
उन्होंने कर्नाटक में अपने कार्यकाल के बारे में बताते हुए कहा कि हम राज्य के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन कर रहे हैं। ताकि हम अपने सारे लक्ष्यों को हासिल कर सकें और हमें इसमें सफलता भी मिल रही है। हम किसान, महिला, युवा के अलावा समाज के पिछड़े वर्ग को भी साथ लेकर आगे बढ़ रहे हैं। हम राज्य के विकास के लिए कई तरह की योजनाएं चला रहे है। हम राज्य के विकास को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने आगे कहा कि राज्य की 30 प्रतिशत जनता आर्थिक गतिविधियां कर रही है, जबकि शेष 70 प्रतिशत जनता आजीविका के लिए काम कर रही है। मैं इन दोनों तबकों को एक साथ ऊपर ले जाना चाहता हूं। इससे न सिर्फ उनकी प्रति व्यक्ति आय बढ़ेगी बल्कि राज्य की जीडीपी में भी इजाफा होगा।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य के किसानों के बच्चों के लिए विद्यार्थी निधि योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना का लाभ हमने मछुआरों तक भी पहुंचाया है। इस योजना के जरिए हमने उन लोगों के बच्चों तक मुफ्त शिक्षा पहुंचाई है जो शिक्षा से वंचित थे। राज्य में दूध का उत्पादन करने वालों के लिए हमने नंदिनी क्षीरा समृद्धि कोआपरेटिव बैंक की शुरूआत की है। इसकी इक्विटी 3.60 करोड़ रुपये है। गत एक वर्ष में लगभग 25 हजार करोड़ का लेनदेन हो चुका है। यह पूरे भारत में अपने तरह का इकलौता बैंक है। यह बैंक कई तरीके से मदद करता है। जैसे इसमें कम ब्याज दर पर आम लोगों को लोन दिया जाता है।
राज्य के मछुआरों को हमने हाई स्पीड बोट मुहैया करवाईं ताकि वो गहरे समुद्र में जाकर अच्छी मछलियां पकड़ सकें और उनकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो सकें। उनके इस प्रयास से उनके आजीविका में बदलाव आया है। हम उन्हें सस्ते दरों पर लोन मुहैया करा रहे हैं ताकि वो आगे आकर खुद को आत्मनिर्भर बना सकें।
हमने शुरूआत के 6 माह में राज्य के विकास के लिए कई ऐसे कारगर कदम उठाए जिससे राज्य की स्थिति काफी पहले से बेहतर हुई है। उन्होंने कहा कि कार्यभार संभालने के दौरान राज्य की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी लेकिन हमने असाधारण निर्णय लेकर राज्य की स्थिति को पहले से बेहतर बना दिया है। उन्होंने कहा कि हमने संसाधनों में बढ़ोत्तरी करने के साथ ही बाढ़ ग्रस्त इलाकों में लोगों को दोगुना मुआवजा दिया। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र सरकार ने जितना मुआवजा दिया उसमें हमने उसी के बराबर राशि जोड़कर प्रभावित जनता को दिया। ताकि वे अपने विकट स्थिति से बाहर निकल सकें। उन्होंने आगे कहा कि जैसे जैसे चुनौतियां सामने आते गई वैसे वैसे हमने बिना समय गवाए उसका निपटारा किया। जिसका परिणाम यह हुआ कि हम राज्य की जनता का विश्वास जीतने में कामयाब रहे।
कैबिनेट विस्तार पर उन्होंने कहा कि वे बहुत जल्द अपने कैबिनेट का विस्तार करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ बातचीत पूरी हो चुकी है। वे जल्द ही बैठक कर इसकी घोषणा करेंगे। मैं खुद इसका इंतजार कर रहा हूं और बहुत जल्द इसे सामने लाया जाएगा।
हिंदुत्व के विवाद पर सीएम बोम्मई ने कहा कि देश में हिंदुत्व का मुद्दा कोई नया नहीं है। यह आजादी से पहले का मुद्दा है। यह सिर्फ एक धर्म नहीं है, यह जीने का तरीका है। हिंदुत्व हम सभी को आत्मविश्वास और समानता देता है। जब भी कोई राजनीतिक पार्टी किसी एक धर्म पर ज्यादा ध्यान देती है तो ऐसे मुद्दे सामने आते हैं। लेकिन कर्नाटक में ऐसे मुद्दे कानून के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जाता हैं।
देश में चल रहे राष्ट्रीय भाषा के मुद्दे पर सीएम बोम्मई ने कहा कि ऐसे मामलों से जूझने की जरुरत नहीं है। हर राज्य की उसकी अपनी भाषा है जो उसके लिए मातृ भाषा होती है और वही उसके लिए प्रभुत्व होती है। जहां हिंदी बोली जाती है वहां हिंदी भाषा सर्वोच्च हो सकती है। देश में ऐसे का राज्य हैं। हिंदी नहीं बोलने वाले राज्य की अपनी अलग भाषा होती है जो उसके लिए भी मातृ भाषा होती है। लोगों द्वारा बोली जाने वाली भाषा अधिक महत्वपूर्ण है।
देश की राजधानी में अतिक्रमण पर चल रहे बुलडोजर को साम्प्रदायिक रंग देने की कोशिश पर सीएम ने कहा कि यह सब राजनीति है। अतिक्रमण को हटाना कोई नई बात नहीं है, खासकर की दिल्ली में। मौजूदा समय में दिल्ली के बुलडोजर उस तेजी से नहीं चल रहे जितना 1970 में संजय गांधी के समय में चलते थे। यह सिर्फ अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई है और अगर कोई स्थिति खराब करने की कोशिश करता है तो प्रशासन उस पर कार्रवाई करेगा।
कार्यक्रम में आईटीवी नेटवर्क के फाउंडर कार्तिकेय शर्मा ने कर्नाटक के सीएम का स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने सीएम को आईटीवी नेटवर्क के फर्स्ट इन क्लास द्वारा छात्रों के मार्गदर्शन के लिए तैयार की गई टेबलेट भेंट किया।
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