आज समाज नेटवर्क, नई दिल्ली। Kejriwal is the Biggest Headmaster of Lying भाजपा व आप के बीच राजनीतिक जुबानी जंग तेज हो गई है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों में बेशक हेडमास्टर की कमी है लेकिन अगर झूठ बोलने का कोई हेडमास्टर है तो वह अरविंद केजरीवाल हैं। जिन्हें ‘फर्जीवाल’ कहना ज्यादा बेहतर होगा। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक पर झूठ बोलना हो, यमुना सफाई पर झूठ बोलना हो, घर-घर साफ पानी पहुंचाने पर झूठ बोलना हो, बेरोजगारी और रोजगार देने पर झूठ बोलना हो या फिर दिल्ली के अंदर डीटीसी बसों पर झूठ बोलने का काम पिछले सात सालों से ‘फर्जीवाल’ करते आ रहे हैं।
मोहल्ला क्लीनिक की संख्या सिर्फ 200
आज भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ संयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सहित देश के सभी राज्यों में जाकर ‘फर्जीवाल’ बताते रहे हैं कि उनके द्वारा बनाया गया 1000 मोहल्ला क्लीनिक ‘वर्ल्ड क्लास’ है जबकि सच्चाई यह है कि दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक की संख्या सिर्फ 200 है और उनमें से भी 50 फीसदी मोहल्ला क्लीनिक खुद ‘बीमार’ पड़े है। दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक जंग लगे दरवाजों के सहारे खड़े हैं तो कोई छुट्टा जानवारों के रहने का अड्डा बन चुका है। किसी में डॉक्टर नहीं है तो किसी में एक्सपायरी दवाईयां दी जा रही है। कही दवाईयों के कारण बच्चों की मृत्यु हो जा रही है।
जलबोर्ड पाइप से पानी उपलब्ध नहीं करवा पा रही
रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल एवं जलमंत्री सत्येन्द्र जैन पिछले सात सालों से झूठ बोलते रहे हैं कि हम दिल्ली के लोगों को 24 घंटे साफ पानी स्वच्छ जल उपलब्ध कराएंगे। खुद दिल्ली सरकार की रिपोर्ट बताती है कि प्रदेश की 63 फीसदी आबादी को दिल्ली जलबोर्ड पाइप से पानी उपलब्ध नहीं करवा पा रही है। सात साल पहले दिल्ली को 850 एमजीडी पानी थीम् लेकिन आज दिल्ली को 1300 एमजीडी पानी की आवश्यकता है और जलबोर्ड सिर्फ 900 एमजीडी पानी ही दे पा रहा है।
उन्होंने केजरीवाल और सत्येन्द्र जैन की इस्तीफें की मांग करते हुए कहा कि जो जल बोर्ड सात साल पहले 500 करोड़ रुपये फायदें में था आज वह 60,000 करोड़ रुपये के कर्ज में दबा है जबकि हर साल 2000 करोड़ रुपये का घाटा झेलना पड़ रहा है।
12 साल पुरानी बसें आज चल रही
विधायक एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने कहा कि पिछले दो महीनों में सड़क पर पांच डीटीसी बसों में आग लग चुकी है। स्थिति यह है कि आने वाले समय में प्रत्येक दिन एक बस में आग लगने वाली है क्योंकि डीटीसी की जितनी भी बसें आज चल रही है सब 12 साल पुरानी और 7.5 लाख किलोमीटर से अधिक चल चुकी है। जिन्हें आज हटा देना चाहिए, लेकिन इन्हीं 1000 बसों के रखरखाव के लिए 50 लाख रुपये प्रति बस के हिसाब से पिछले दिनों एक एग्रीमेंट किया गया है जो आगामी तीन सालों तक चलेगा।
नॉन एसी 1000 बसें 500 करोड़ में आ सकती
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्तासंयुक्त प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए।
कहा कि सिर्फ 500 करोड़ रुपये ओवरएज बसों के रखरखाव के लिए खर्च किया जा रहा है जबकि नॉन एसी 1000 बसें इन 500 करोड़ रुपये में आ सकती थी। आज डीटीसी 2200 करोड़ रुपये प्रत्येक साल घाटे में चल रही है जबकि जब सत्ता में आए थे तो उस समय घाटा 1019 करोड़ रुपये थे। आज की प्रेसवार्ता में प्रदेश भाजपा मीडिया रिलेशन विभाग के प्रभारी हरीश खुराना उपस्थित थे।