arvind kejriwal: वो कहतें है ना राजनीती में महत्वाकांछा कभी खत्म नहीं होती है। राजनीती ऐसा क्षेत्र भी है जहां शून्य से सम्भावना तलाशते हुए शिखर तक का सफर तय किया जाता है। जब आम आदमी पार्टी बनी थी तो लोगों का लगा था केजरीवाल की पार्टी दिल्ली तक ही सीमित रह जाएंगी। लेकिन जैसा कि हमने पहले भी जिक्र कर चुके हैं राजनीती में कुछ भी तय नहीं होता। राजनीती असन्तोषी होती है थोड़ी से ज्यादा की लत खुद लगने लगती है।
अब ऐसा ही लत आप पार्टी के मुखिया अरविन्द केजरीवाल को भी लग चुकी है। अब वो आप से ‘हम’ करने निकलने वाले हैं।
जगजाहिर है कि अरविन्द केजरीवाल के अंदर पीएम बनने की प्रबल इच्छा है। ये तब संभव होगा जब केजरीवाल की पार्टी का देश के हर राज्य में पैठ होगी। ऐसे में पहले तो केजरीवाल आप को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करा ही चुके हैं। अब अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) की नजर आगामी होने वाले विधानसभा चुनावों पर हैं। ऐसे में केजरीवाल देश के कई राज्यों पर नज़र गड़ाए हुए हैं। अब खबर ऐसी है कि वो पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए AAP संयोजक केजरीवाल जल्द ही कई राज्यों का दौरा करने वाले हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, केजरीवाल अगले महीने कर्नाटक, छत्तीसगढ़, राजस्थान, और मध्यप्रदेश के दौरे पर जाएंगे। मार्च में आम आदमी पार्टी कई राज्यों में अपने चुनावी अभियान का आगाज़ करेंगे। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आप संयोजक अरविन्द केजरीवाल 4 मार्च को कर्नाटक, 5 मार्च को छत्तीसगढ़, 13 मार्च को राजस्थान और 14 मार्च को मध्यप्रदेश के दौरे पर रवाना होंगे।
बता दें, इन राज्यों में आगामी दिनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में केजरीवाल पहले से चुनावी मूड बनाए हुए हैं। केजरीवाल को पता है कि पीएम बनना है तो उन्हें देश के कई राज्यों में सरकार और जनसमर्थन प्राप्त होगा तभी आगामी वर्हों में पीएम पद की दावेदारी पर राह आसान होगी। बताया जा रहा मार्च महीने में कई राज्यों का दौरा लोकसभा चुनाव 2024 से जोड़कर भी देखा जा रहा है।