इंडिया न्यूज, गुरुग्राम। गुरुग्राम विश्वविद्यालय में संत कबीर दास की जयंती के अवसर पर दोहा-गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन विवि के कुलपति प्रो. दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में विवेकानंद क्लब द्वारा किया गया। प्रतियोगिता का शुभारम्भ विवि के कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह, मुख्य अतिथि सामाजिक कार्यकर्ता देव प्रसाद भारद्वाज, विशिष्ट अतिथि मंजुल पालीवाल द्वारा दीप प्रज्वल्लन कर किया गया।
दोहा-गायन प्रतियोगिता में विवि के छात्रों की उत्साहजनक भागीदारी रही। विद्यार्थियों के कंठ से निकले दोहों के मधुर स्वरों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यार्थियों ने दोहो के माध्यम से अनेक भावशैली मे कबीर के व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। कबीर के दोहों को गायन के रूप में पेश कर उन्होंने खूब तालियां बटोरीं। इस अवसर पर प्रो. राकेश योगी, डॉ सीमा महलावत, डॉ. नीलम वशिष्ठ ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। दोहा गायन प्रतियोगिता में एमए हिंदी की खुशबू ने प्रथम, एमए हिंदी की चंचल ने द्वितीय और फिजियोथेरेपी की छात्रा निशा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि देव प्रसाद भारद्वाज ने कहा कि कबीर के दोहों में जीवन का सार छुपा है। संत कबीर आडम्बरों के सख्त विरोधी थे। उन्होंने लोगों को एकता के सूत्र का पाठ पढ़ाया। वे लेखक और कवि थे, उनके लिखे दोहे इंसान को जीवन की नई प्रेरणा देते हैं। देव प्रसाद ने सामाजिक समरसता पर भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर प्रो. नीरा वर्मा, डॉ. सीमा मेहलावत, डॉ. बिजेंद्र, डॉ. श्वेता एवं विवि के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।