India News(इंडिया न्यूज़), Kisan Andolan: संयुक्त किसान मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में किसान नेताओं ने आंदोलन की रणनीति बनाई है। संगठन का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण के लिए सिर्फ किसानों को जिम्मेदार ठहराना गलत है। संयुक्त किसान मोर्चा ने मंगलवार को कहा कि केंद्र सरकार की “किसान विरोधी” नीतियों को लेकर अगले तीन महीनों में देश भर में महापंचायतों का आयोजन करने के बाद किसान फरवरी में राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च करेंगे। संगठन ने यहां अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की और विभिन्न मांगों को लेकर अपने आंदोलन की रणनीति बनाई।
26 फरवरी 2024 को दिल्ली कूच का कार्यक्रम
बैठक में किसानों ने अगले 3 महीनों में देश भर में 20 महापंचायतें आयोजित करने का निर्णय लिया गया।”26 फरवरी 2024 को दिल्ली कूच का कार्यक्रम तय हुआ है।
त्योहारों के मौसम में प्रदूषण क्यों बढ़ जाता है?
संगठन ने कहा कि 1509 और पीआर किस्म के धान की कटाई सितंबर के आखिरी हफ्ते में शुरू हो जाती है लेकिन अक्टूबर में प्रदूषण नहीं बढ़ता है। त्योहारों का मौसम आने पर ही दिल्ली में प्रदूषण बढ़ता है।
सरकारों ने किसानों को बोनस नहीं दिया
किसान नेताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि पराली न जलाने वाले किसानों को धान पर 100 रुपये प्रति क्विंटल बोनस दें, लेकिन अब तक किसी भी राज्य सरकार ने बोनस नहीं दिया है।
इसे भी पढ़े: