India News(इंडिया न्यूज़), Kisan Andolan: अपनी मांगों को लेकर किसान एक बार फिर उग्र हो गए हैं और 13 फरवरी को ‘दिल्ली चलो’ मार्च के साथ राजधानी में प्रदर्शन करने जा रहे हैं। ऐसे में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार किसानों से बातचीत कर समाधान निकालने की कोशिश कर रही है। केंद्र ने किसान नेताओं को 12 फरवरी को बातचीत के लिए बुलाया है। इस बीच किसान नेताओं का कहना है कि एक तरफ सरकार हमें बातचीत के लिए बुला रही है और दूसरी तरफ हरियाणा में पुलिस की तैयारियों से हमें डराने की कोशिश की जा रही है।
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बयान जारी कर कहा है कि एक तरफ सरकार हमें बातचीत के लिए बुला रही है, वहीं दूसरी तरफ हरियाणा में भारी पुलिस बंदोबस्त के जरिए हमें डराने की कोशिश की जा रही है। सीमाएं सील की जा रही हैं, धारा 144 लगा दी गई है। इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं। उन्होंने आगे कहा कि क्या सरकार को इंटरनेट सेवा बंद करने का अधिकार है? ऐसे में सकारात्मक माहौल में बातचीत नहीं हो सकती। सरकार को तुरंत इस ओर ध्यान देना चाहिए।
इस बीच किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कल शनिवार को बताया कि केंद्र ने किसानों को उनकी मांगों पर चर्चा के लिए 12 फरवरी को बुलाया है। अमृतसर में केंद्रीय मंत्रियों के साथ किसानों की बैठक पर पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा, ”किसान संगठनों की मांगों को लेकर 12 फरवरी को शाम 5 बजे चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, पीयूष गोयल और नित्यानंद राय के साथ बैठक होगी।