Sunday, July 7, 2024
HomeDelhiजानें, अक्षरधाम मंदिर का इतिहास? जहां ब्रिटेन पीएम ऋषि सुनक और उनकी...
India News (इंडिया न्यूज़) : ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने रविवार 10 सितंबर को अपनी पत्नी के साथ अक्षरधाम मंदिर की दर्शन किए। सुनक और उनकी पत्नी अक्षता मूर्ति ने बारिश के बीच दर्शन मंदिर में जाकर हाथ जोड़े। उन्होंने रीति-रिवाज के साथ भगवान स्वामी नारायण के दर्शन किए। मालूम हो ,ब्रिटेन पीएम सुनक ने कहा था कि उन्हें हिंदू होने पर गर्व है। दिल्ली में बहुत सारी ऐतिहासिक धरोहर हैं। इनमें से एक अक्षरधाम मंदिर भी है। इस मंदिर की भव्यता दूर से ही दर्शकों का मन मोह लेता है। दुनिया का सबसे विशाल हिंदू मन्दिर परिसर होने के नाते इसे गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिका‌र्ड्स में शामिल किया गया है। आइये अपनी रिपोर्ट में हम आपको बताते हैं अक्षरधाम मंदिर का इतिहास।
1. आकार और निर्माण: अक्षरधाम मंदिर दुनिया के सबसे बड़े हिन्दू मंदिरों में से एक है। इसका निर्माण सन् 2005 में पूरा हुआ था। मंदिर के भव्य स्तंभ, दीवारों, और मूर्तियों की सजावट बेहद चमत्कारी है।
2. भारतीय संस्कृति के प्रती प्रेम: यह मंदिर भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रती प्रेम को दर्शाता है। इसमें भारतीय इतिहास, धरोहर, और महाकाव्यों से जुड़े संदेश दिए गए हैं।
3. राजस्थानी स्टाइल: यह मंदिर राजस्थानी वास्तुकला में बनाया गया है। इसके भव्य स्तंभ, रंगबिरंगे विंडोज, और चित्रकारी मंजुशा आपको राजस्थान के शानदार मंदिरों की याद दिलाएगी।
4. बृहदारण्यक उपनिषद स्थल: अक्षरधाम मंदिर में संत राजा भगीरथ के नाम पर बने एक विशेष स्थल को ‘बृहदारण्यक उपनिषद स्थल’ के नाम से जाना जाता है। यहां आप भगवान भगीरथ द्वारा गंगा नदी का अवतरण संबंधी कथा के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
5. संस्कृति और विरासत का संबोधन: इस मंदिर में संस्कृति, कला, और विरासत का संबोधन करते हुए रोज शो और प्रदर्शन आयोजित किए जाते हैं। यहां आप भारतीय नृत्य, संगीत, और कला का आनंद ले सकते हैं।

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