नई दिल्ली: मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने लोगों को एक ज्यादा जगह पर वोटर कार्ड बनवाने से रोकने के हेतू मतदाता पहचान पत्र को आधार नंबर से लिंक करने का फैसला लिया है। इसी में कार्यालय ने सोमवार से अभियान शुरूआत की है। साथ ही कार्यालय ने मतदाताओं से अपने मतदाता पहचान पत्र का आधार नंबर से लिंक करने को कहा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) डॉ. रणबीर सिंह ने सोमवार को वोटर कार्ड को आधार नंबर से जोड़ने का अभियान शुरू किया। इस अभियान पर उन्होंने कहा कि इस अभियान का पहला उद्देश्य मतदाताओं की पहचान स्थापित करना और मतदाता सूची में प्रविष्टियों का प्रमाणीकरण करना है। मतदाता अपने आधार नंबर को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो तरीकों से लिंक कर सकते हैं। मतदाता फॉर्म 6बी में पंजीकरण अधिकारी को अपनी आधार संख्या दर्शा सकता है।
अपने कार्यालय में उन्होंने सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधियों को कानून में संशोधन और मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के मतदाता पहचान पत्र के साथ आधार को जोड़ने के बारे में अवगत कराया है। इसके साथ लोगों के बीच में प्रचार व जागरूक करने के लिए उठाए गए कदमों कि जानकारी दी है। उन्होंने कहा है कि हर विधानसभा क्षेत्र में बूथ स्तर पर विशेष शिविर आयोजित होंगे।
उन्होंने बताया कि नए मतदाता अपने पहचान पत्र के लिए नामांकन करते वक्त अपने आधार कार्ड के साथ नामांकन कर सकते हैं। साथ ही जिन पर पहले से ही वोटर कार्ड मौजूद है वे भी स्वेच्छा से अपने मतदाता पहचान पत्र के साथ अपना आधार कार्ड लिंक कर सकते हैं। कार्यालय ने 1 अप्रैल 2023 तक इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
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