India News (इंडिया न्यूज़) : दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने अरकपुर-मोती बाग में उत्तरी रेलवे की बहुमंजिला इमारत के निर्माण हेतु वहां से 96 पेड़ों और अशोक रोड़ स्थित केंद्रीय सचिवालय की इमारत के निर्माण के लिए 107 पेड़ों के प्रतिरोपित को मंजूरी दे दी है। बता दें, इन जगहों से किसी भी पेड़ को काटा नहीं जा रहा है। इनके अलावा नीम, अमलतास, पिलखन, पीपल, गूलर के क्रमशः 960 और 1070 पौधे अनिवार्य रूप से लगाए जा रहे हैं।
सामने आई जानकरी के अनुसार, उपराज्यपाल के लगातार सलाह और निर्देशों के परिणामस्वरूप दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री और मुख्यमंत्री ने राजधानी के लोगों के लाभ हेतु विकास की परियोजनाओं को तेजी से मंजूरी देना शुरू कर दिया है। ऐसी परीयोजनाएं जिनमें पहले 3 से 5 वर्ष की देरी से नुकसान हुआ है, उन्हें अब कुछ ही महीनों में दिल्ली सरकार द्वारा मंजूरी मिलनी शुरू हो गई है। इसी जुलाई में रक्षा और रेलवे परियोजनाओं को मंजूरी मिलने के बाद, सीएम ने फिर से कुछ ही महीनों के भीतर रेलवे आवास और केंद्रीय सचिवालय परियोजनाओं को मंजूरी देने की सिफारिश की है।
बता दें, प्रत्यारोपित किए जाने वाले पेड़ों के अलावा रामपुरा, शकूर बस्ती, मादीपुर और एनटीपीसी इको पार्क में क्रमशः 960 और 1070 विभिन्न किस्मों के पौधे भी लगाए जा रहे हैं। इस तरह से किए जाने वाले वृक्षारोपण में नीम, अमलतास, पीपल, पिलखन, गूलर, बरगद और अर्जुन आदि के पेड़ शामिल हैं। इन नए पौधों तो लगाने का खर्च रेलवे और शहरी विकास मंत्रालय द्वारा वहन किया जाएगा। वहीँ , इन दोनों परियोजनाओं में एक भी पेड़ नहीं काटा जा रहा है। अरकपुर -मोती बाग में रेलवे परियोजना के तहत बहुमंजिला आवासीय भवन निर्माण के लिए 1.2669 हेक्टेयर भूमि शामिल है, जबकि, केंद्रीय सचिवालय परियोजना का निर्माण अशोक रोड के प्लॉट नंबर 138 पर 1.7765 हेक्टेयर भूमि पर होगा।
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