India News(इंडिया न्यूज़), Maha Shivratri: आज यानी 8 मार्च को देशभर में शिवरात्रि का त्योहार आस्था और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। सुबह से ही शिवालय हर-हर महादेव के जयकारे से गूंजते रहे। संगम नगरी प्रयागराज में शिवरात्रि पर्व को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। संगम नगरी प्रयागराज के माघ मेले में भी महाशिवरात्रि का पर्व पूरी आस्था और भक्ति के साथ मनाया गया। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मंदिरों में इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा कारणों से सीसीटीवी कैमरे और बैरिकेड्स लगाए गए हैं।
शिवभक्तों की आस्था के सबसे बड़े पर्व महाशिवरात्रि पर काशी में बाबा विश्वनाथ दरबार में हर-हर महादेव के जयकारे गूंजे। विश्वनाथ धाम में लाखों श्रद्धालुओं की कतार लगी हुई है। सुबह से ही भक्त बाबा के दर्शन के लिए उत्सुक नजर आ रहे हैं। सुबह 4 बजे से 10 बजे तक चार लाख से अधिक भक्तों ने बाबा के दरबार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस दौरान आगंतुकों पर पुष्प वर्षा भी की गई। आगंतुकों की सुविधा के लिए परिसर के चारों ओर बैरिकेडिंग की गई है। जगह-जगह पेयजल उपचार दल और पीए सिस्टम लगाकर लोगों को दर्शन कराने में मदद की जा रही है।
महाशिवरात्रि के अवसर पर बाबा दरबार में बाबा श्री काशी विश्वनाथ की एक झलक पाने के लिए दर्शनार्थी गुरुवार की शाम से ही सभी प्रवेश द्वारों पर लाइन लगाकर इंतजार करने लगे थे। मंगला आरती के बाद सुबह चार बजे जैसे ही बाबा का पट आम दर्शनार्थियों के लिए खुला। सभी भक्त हर-हर महादेव और बोल बम का जयकारा लगाते हुए बाबा के दरबार में पहुंचे और जलाभिषेक कर सुखी जीवन की कामना की।
चंडीगढ़ के सेक्टर 21 स्थित प्राचीन मंदिर में सुबह से ही शिवभक्त मंदिर पहुंचने लगे और भगवान का जलाभिषेक किया। सेक्टर 46 के शिव मंदिर में भक्तों ने जलाभिषेक किया। मंदिर में हवन किया गया। सेक्टर 30 के शिव शक्ति मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ी। सेक्टर 20 के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में शिव भक्तों ने जलाभिषेक किया।
गरियाबंद के कुलेश्वर महादेव मंदिर में भी भक्तों की भीड़ उमड़ी है। मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ है। राजिम कुंभ कल्प में देश-विदेश से लोग आ रहे हैं। कहा जाता है कि वनवास काल के दौरान माता सीता ने अपने हाथों से शिवलिंग का निर्माण किया था। कुलेश्वर महादेव का मंदिर राजिम के त्रिवेणी संगम पर स्थित है। लोग सुबह 4 बजे से ही संगम पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
मुंबई के बाबुलनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि पर सिर्फ जलाभिषेक की इजाजत है। शिवभक्त अपने आराध्य और शिवलिंग पर जलाभिषेक कर रहे हैं। मंदिर ट्रस्ट के पदाधिकारी मुकेश कनौजिया ने बताया कि शिव भक्त मंदिर में जलाभिषेक के साथ फूल और बिल्व पत्र भी चढ़ा सकते हैं। जलाभिषेक के लिए केवल मंदिर द्वारा उपलब्ध कराए गए जल का ही उपयोग किया जा सकता है। भक्तों की सुविधा के लिए मंदिर के कपाट 7 और 8 मार्च की रात 12 बजे के बाद खोल दिए गए हैं।