India News(इंडिया न्यूज),Manipur violence: मणिपुर में हुई हिंसा के बीच स्थिति सामान्य होने तक कॉलेज और स्कूलों को बंद कर दिया गया है। प्रदेश में कर्फ्यू भी जारी है। हालांकि इसमे धीरे-धीरे ढ़ील दी जा रही है। दूसरी ओर कई राज्यों के छात्र मणिपुर में पढा़ई कर रहे थे। अचानक से हिंसा होने के बाद से अलग-अलग राज्यों से सैंकड़ों छात्र फंस गए।
दिल्ली के 4 छात्रों के फंसे होने की जानकारी दिल्ली सरकार को मिली है। सीएम केजरीवाल ने ट्वीट कर जानकारी दी कि दिल्ली के 4 छात्र हिंसा में फंसे हैं। इस संबंध में उन्होंने मणिपुर सीएम से बात कर ही। सभी को फ्लाइट के जरिए दिल्ली लाया जाएगा।
गौरतलब है कि मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए बुलाई गई सेना और असम राइफल्स ने अब तक लगभग 23 हजार नागरिकों को सफलतापूर्वक बचाया है और उन्हें सैन्य छावनियों में भेजा गया है। रविवार को सेना ने एक बयान में कहा कि बचाव अभियान शुरू होने के बाद से हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है।
मणिपुर हिंसा की सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने किसी भी समुदाय को जनजाति लिस्ट में शामिल करने को लेकर दिए गए हाई कोर्ट के फैसले पर हैरानी जताई। कोर्ट ने कहा कि कैसे हाई कोर्ट किसी समुदाय को जनजाति समूह में शामिल करने का आदेश दे सकता है। चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली बेंच ने सुनवाई के दौरान, हालात सामान्य करने के लिए सरकार की तरफ से उठाए जा रहे कदमों को रिकॉर्ड पर लिया। साथ ही हिंसा के दौरान विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने का आदेश दिया। इस मामले पर अगली सुनवाई की तारिख 17 मई को रखी गई है।