India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Manish Sisodiya: जब से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जेल गए हैं, उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल राजनीतिक मंचों पर नजर आने लगी हैं। वह पार्टी की बैठकों में हिस्सा लेती हैं और भाषण भी देती हैं। वह दिल्ली की जनता तक मुख्यमंत्री का संदेश भी पहुंचाती हैं। लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं कि उन्हें दिल्ली का सीएम बनाया जा सकता है। हालांकि मनीष सिसोदिया ने अफवाहों पर विराम लगा दिया है। उनका कहना है कि केजरीवाल के तिहाड़ से बाहर आते ही उनकी राजनीतिक पारी खत्म हो जाएगी।
21 मार्च को आबकारी नीति मामले में केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद सुनीता ने दिल्ली, गुजरात और हरियाणा लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के लिए प्रचार किया था। इसके अलावा वह पार्टी नेताओं के बीच अहम कड़ी का काम भी करती थीं। सिसोदिया ने सुनीता के मुख्यमंत्री पद संभालने की मीडिया में चल रही अटकलों को हंसी में उड़ा दिया और इस दौरान उनकी अहम भूमिका के बारे में बताया। सिसोदिया ने कहा, ‘टीवी देखकर ऐसा लग रहा था कि पूरी पार्टी खत्म हो गई है और सिर्फ सुनीता ही मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं और सिर्फ उनकी शपथ बाकी है।
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मनीष सिसोदिया ने सुनीता केजरीवाल के प्रयासों की तारीफ की और उन्हें ‘एक सुशिक्षित, व्यवहार कुशल और अनुभवी महिला’ बताया, जिन्होंने संकट के समय पार्टी की मदद की। उन्होंने कहा, सुनीता अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीय, भावनात्मक आवाज बन गईं। सुनीता केजरीवाल ने मार्च में रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक की रैली में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
सुनीता केजरीवाल के राजनीतिक भविष्य के बारे में पूछे जाने पर सिसोदिया ने कहा, ‘मुझे लगता है कि अरविंद जी के जेल से बाहर आने के बाद यह भूमिका खत्म हो सकती है। मुझे नहीं लगता कि उनकी भूमिका लंबे समय तक चलेगी।’ सिसोदिया ने सुनीता केजरीवाल के साथ अपने करीबी पारिवारिक संबंधों के बारे में बात की और कहा कि उनके परिवार दशकों से एक साथ हैं। अपनी महत्वपूर्ण भूमिका के बावजूद, उन्होंने सुझाव दिया कि केजरीवाल के रिहा होते ही उनकी राजनीतिक पारी समाप्त हो जाएगी।