India News(इंडिया न्यूज़)Mann Ki Baat : आज प्रधानमंत्री मोदी की ‘मन की बात’ के 107 वें एपिसोड में देश को सम्बोधित किया। बता दें, मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि मुंबई हमले में जान गंवाने वाले लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं। मुंबई आतंकी हमले में लोगों की सुरक्षा करते हुए जिन जाबांज जवानों ने जान की बाजी लगाई, उन्हें आज देश याद कर रहा है। मैं उन सभी जांबाजों को श्रद्धांजलि देता हूं।
बता दें, रेडियो कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि संविधान को तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। श्री सच्चिदानंद जी संविधान सभा के सबसे बुजुर्ग सदस्य थे। 60 देशों के संविधान के गहन अध्ययन के बाद हमारा संविधान तैयार हुआ। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि संविधान को अंतिम रूप देने से पहले उसमें 2000 से ज्यादा संशोधन किए गए थे। अब तक सभी सरकारों ने अपने-अपने हिसाब से 106 बार संविधान संशोधन किया है।
इसके आगे पीएम ने कहा कि दुर्भाग्य की बात ये है कि संविधान का पहला संशोधन ‘बोलने की आजादी’ और ‘अभिव्यक्ति की आजादी’ में कटौती करने के लिए हुआ था। वहीं, 44वें संशोधन के जरिए आपातकाल के समय हुई गलतियों को सुधारा गया था। उन्होंने इसके आगे कहा ये भी बड़ी प्रेरक बात है कि संविधान सभा के कुछ सदस्य मनोनीत किए गए थे, जिसमें से 15 महिलाएं थीं। ऐसी ही एक महिला हंसा मेहता जी ने महिलाओं के अधिकारों की बात की थी।
इसके आगे पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में जब सबका साथ होता है, तभी सबका विकास हो पाता है। मुझे संतोष है कि संविधान निर्माताओं के उसी दूरदृष्टि का पालन करते हुए अब भारत की संसद ने ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ को पास किया है। पीएम ने यह भी कहा कि ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम’ हमारे लोकतंत्र की संकल्प शक्ति का उदाहरण है। ये विकसित भारत के हमारे संकल्प को गति देने के लिए भी उतना ही सहायक होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले महीने मन की बात में वोकल फॉर लोकल यानी स्थानीय उत्पादों को खरीदने पर जोर दिया गया था। बीते कुछ दिनों के भीतर ही दिवाली, भैया दूज और छठ पर देश में चार लाख करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है। और इस दौरान भारत में बने उत्पादों को खरीदने का जबरदस्त उत्साह लोगों में देखा गया।
पीएम ने यह भी कहा कि इन दिनों कुछ परिवारों ने विदेशों में जाकर शादी करने शुरू किया है। इस पर चिंता जताते हुए पीएम ने कहा ‘इससे एक नया वातावरण बनता जा रहा है। क्या ये जरूरी है? भारत की मिट्टी में, भारत के लोगों के बीच, अगर हम शादी ब्याह मनाएं, तो देश का पैसा, देश में रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि देश के लोगों को आपकी शादी में कुछ-न-कुछ सेवा करने का अवसर मिलेगा, छोटे-छोटे गरीब लोग भी अपने बच्चों को आपकी शादी की बातें बताएंगे।
also read : Noida: कार में आग लगने से पार्टी से लौट रहे इंजीनियर और दोस्त की जलकर मौत