India News Delhi (इंडिया न्यूज़), Manoj Tiwari: उत्तर-पूर्वी दिल्ली सीट ने 2024 के लोकसभा चुनाव में खासा ध्यान आकर्षित किया है, खास तौर पर दो बिहारियों की उम्मीदवारी की वजह से। भाजपा के मनोज तिवारी और कांग्रेस के कन्हैया कुमार। राजधानी दिल्ली में वोटिंग प्रतिशत की बात करें तो एग्जिट पोल में भाजपा को 54 प्रतिशत वोट मिले हैं। वहीं, भारत गठबंधन को 44 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। राजधानी दिल्ली में 25 मई को छठे चरण में मतदान हुआ था और कुल मतदान 57.67 प्रतिशत दर्ज किया गया था।
भोजपुरी अभिनेता और गायक-राजनेता मनोज तिवारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य और इसकी दिल्ली इकाई के अध्यक्ष हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में तिवारी ने उत्तर पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को 363,000 वोटों से हराया था। तिवारी ने 2009 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर निर्वाचन क्षेत्र से समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी। उस साल हुए लोकसभा चुनाव में वे योगी आदित्यनाथ से हार गए थे। 2013 में वे भाजपा में शामिल हो गए और 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ा। उन्होंने आम आदमी पार्टी (आप) के आनंद कुमार को 144,084 मतों के अंतर से हराया।
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2016 में भाजपा की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नियुक्त किए गए तिवारी ने 2017 के दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) चुनावों में अपनी पार्टी को रिकॉर्ड जीत दिलाई। 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले, ऐसा माना जा रहा था कि तिवारी भाजपा के संभावित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों में से एक हो सकते हैं। हालांकि, पार्टी ने अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी मुख्यमंत्री पद के चेहरे का नाम नहीं बताया है।
साल 2019 में मनोज तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराया था। शीला दीक्षित आखिरी बार अपना लोकसभा चुनाव लड़ रही थीं। तब मनोज तिवारी ने उन्हें भारी अंतर से हराया था। तिवारी को 7,87,799 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस की शीला दीक्षित को 4,21,697 वोट मिले थे। आम आदमी पार्टी ने यहां से दिलीप पांडे को मैदान में उतारा था, जिन्हें 1,90,856 वोट मिले थे।
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