India News (इंडिया न्यूज़) : भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने ट्रायल के लिए हिमाचल प्रदेश के कठिन इलाकों में ड्रोन के माध्यम से दवाएं पहुंचाईं। ड्रोन ने लाहौल और उत्तर प्रदेश में 20 किलोमीटर तक आवश्यक दवाओं की 100 से अधिक इकाइयों को सफलतापूर्वक पहुंचाया।
ICMR का सफल ट्रायल से शीत मरुस्थल लाहौल-स्पीति जिले के मरीजों तक दवाइयां पहुंचाना अब आसान हो गया है। सामने आई जानकारी के अनुसार, ड्रोन के जरिये अब समुद्रतल से 10,000 फीट की ऊंचाई तक मरीजों को दवाइयां पहुंचाने के साथ इंजेक्शन और सैंपल भी पहुंचाने का भी काम होगा। जिला अस्पताल केलांग से पीएचसी ठोलंग के लिए ट्रायल किया गया। केंद्र सरकार के सहयोग से केलांग में आईसीएमआर दिल्ली, गोरखपुर और क्षेत्रीय अस्पताल केलांग की ओर से ड्रोन से ट्रायल चल रहा है।
बता दें, बीते बुधवार को केलांग से पीएचसी ठोलंग तक ड्रोन से दवाई भेजी गई और 12 किमी के सफर को सात मिनट में पूरा किया गया। बर्फबारी के दिनों में ड्रोन की तकनीक घाटी के लोगों के लिए संजीवनी साबित हो सकती है। क्योंकि यहां सड़कों के अवरुद्ध हो जाने से एक गांव का दूसरे से संपर्क कट जाता है।
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