India News (इंडिया न्यूज) : दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव से किशोरी से दुष्कर्म मामले में दिल्ली सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग के आरोपी अधिकारी पर की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। सामने आई जानकारी के अनुसा, आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को पत्र लिखकर कई सवाल भी उठाए हैं। आतिशी ने पूछा है कि जब आरोपी अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतें थीं तो उसे महिला एवं बाल विकास जैसे संवेदनशील विभाग में काम करने की परमिशन किसने दी।
मुख्य सचिव से मांगी रिपोर्ट
बता दें, मामले तो टूल पकड़ता देख आतिशी ने रिपोर्ट में मुख्य सचिव से यौन उत्पीड़न के मामले में पूछताछ, शिकायतों को देखने वाले अधिकारियों और आरोपी अधिकारी के खिलाफ शिकायतों पर की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई के बारे में जवाब मांगा है। उन्होंने 28 अगस्त शाम पांच बजे तक मुख्य सचिव से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आतिशी ने सख्त लहजे में यह भी कहा है कि समय पर कार्रवाई न करने से ऐसे गलत काम करने वालों को बढ़ावा मिलता है। आरोपी अधिकारी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतें दिल्ली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों की जानकारी में थीं तो यह बहुत गंभीर है।
यौन उत्पीड़न मामले पर मंत्री आतिशी सख्त
आतिशी ने मुख्य सचिव से कहा है कि वे अपनी रिपोर्ट में बताएं कि उत्पीड़न की शिकायतें कब-कब प्राप्त हुईं ? वह अधिकारी कौन था जिसने इन शिकायतों को अनदेखा किया। यदि यौन उत्पीड़न की शिकायतों के बारे में मीडिया रिपोर्टों पर विश्वास किया जाए तो ऐसी गंभीर शिकायतों को संभालने और अनुशासनात्मक कार्रवाई करने में सरकारी तंत्र की ओर से उदासीनता का स्तर वास्तव में चौंकाने वाला है। सवाल यह भी उठता है कि ऐसी और कितनी घटनाएं हो सकती हैं, जो कभी सामने ही नहीं आई हैं।
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