इंडिया न्यूज़, Delhi News : राष्ट्रीय राजधानी में दुष्कर्म आरोपी बढ़ते ही जा रहे है। हाल ही में खबर मिली है कि एक किशोर समेत आठ लोगों द्वारा एक 13 साल की छोटी बच्ची के साथ बड़ी ही निर्दयता से सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने मामले को तुरंत ही दर्ज करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बाकी आरोपियों को ढुढंने में भी पुलिस जुटी हुई है।
पुलिस के मुताबिक जिन चार आरोपियों को हिरासत के लिया है उनकी पहचान मोहित (20), आकाश (19), शाहरुख (20) और एक किशोर के रूप में की गई है। पुलिस उपायुक्त बनिता मैरी जैकर की निगरानी में यह केस चल रहा है।
पीड़िता बताती है कि वहा कि वह 24 अप्रैल की शाम पांच बजे के करीब सब्जी खरीदने शनि बाजार जा रही थी, बाजार जाने के लिए उसने ऑटो लिया जिसे की शाहरुख चला रहा था। शारूख बच्ची को बाजार छोड़ने की बजाय एक वीरान जगह ले गया और अपने दो दोस्तो को भी बुला लिया, जहां उसने लड़की को नशीला पेय पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया।
शारूख और उसके साथी नाबालिक के साथ दुष्कर्म के बाद पीड़िता को तिगरी स्थित नामक जेजे कैंप लेकर चले गए। जहां दुसरे युवक की पहचान सलमान चेसी के रूप में की गई जिसने अपने चार और साथियों के साथ मिलकर फिर से नाबालिक के साथ बेरहमी से दुष्कर्म किया।
आरोपियों ने नाबालिक को करीब 30 मई तक अलग-अलग स्थानों पर रखा। पुलिस को इसी बीच 26 मई को पीड़िता के गायब होने की खबर उसके परिजनों के द्वारा मिली और एक प्राथमिकी दर्ज की गई। एक मई को पीड़िता खुद उनके चगुंल से निकल कर साकेत मेट्रो स्टेशन पहुंची।
उसी दिन पुलिस को पूरी घटना के बारे में पीड़ित ने जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद ही पुलिस ने दुष्कर्मी किशोर को पकड़ लिया। पुलिस अधिकारी की कठोरता से पुछने के बाद कशोर और उसके दो साथी मोहित और आकाश ने अपना अपराध कबूल किया। उन सभी ने अपराध में शामिल होना कबूल किया, लेकिन लड़की की पहचान नहीं बता सके।
पुलिस द्वारा लड़की को ढूंढने के लिए साकेत मेट्रो स्टेशन पर लापता लड़की के पोस्टर चिपकाए थे, इस पोस्टर के भीतर जांच अधिकारी का नंबर भी दिखाया गया था। एक दिन पोस्टर के अंदर दर्ज नंबर पर एक फोन आता है जिसमें युवक बताता है कि लड़की उसके बिल्कुल बगल में खड़ी है।
सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत ही साकेत मेट्रो स्टेशन है और किशोरी को ले आती है, पीड़ित किशोरी को आगे की जांच के लिए एक महिला पुलिस अधिकारी को सौंप दिया जाता है। लड़की लड़की की मेडिकल जांच के बाद पता चलता है कि उसका यौन शोषण किया गया है। पुलिस ने पहले से उसके परिजनों द्वारा दर्ज प्राथमिकी में आईपीसी की संबंधित धाराओं के अलावा पॉक्सो अधिनियम भी जोड़ दिया।
बाकी की जांच में पुलिस लगातार जुटी हुई है और जल्द ही उन्हें भी हिरासत में लेने का दावा कर रही है। जिस ऑटो के भीतर पीड़िता किशोरी को अगवा कर ले जाया गया, उसका भी अभी तक पता नहीं चल पाया है।