Mughal Garden Name Changed: दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में मौजूद मुगल गार्डन अब से ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा। जिसे केंद्र सरकार ने शनिवार, 28 जनवरी को ‘अमृत महोत्सव’ के तहत बदला है। यह गार्डन हर साल 31 जनवरी से आम जनता के लिए खुलता है। लोग यहां पर दोपहर 12 बजे से रात्री 9 बजे तक घूमते हैं।
नाम बदलना इतिहास नहीं- कांग्रेस
बीजेपी नेताओं ने केंद्र सरकार के फैसले को ‘ऐतिहासिक’ करार देते हुए इसका स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि अब भारत गुलामी की मानसिकता से बाहर निकल रहा है। वहीं विपक्ष की तरफ से भी इस पर प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, “बीजेपी सरकार की ये आदत है, शहरों का, सड़क का नाम बदलते हैं। अब गार्डन का भी नाम बदल दिया। अंग्रेजों के रखे हुए नाम को बदलना इतिहास नहीं है। नासमझ लोगों के हाथ में अब सरकार आ गई है।”
‘अमृत उद्यान’ आकर्षण का बड़ा केंद्र
बता दें ‘अमृत उद्यान’ पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र है। यहां पर ब्रिटिश और मुगल दोनों के उद्यानों की झलक देखने को मिलती है। इसे बनाने के लिए एडविन लुटियंस ने पहले देश-दुनिया के उद्यानों का अध्ययन किया था। जिसके पौधारोपण में करीब एक साल का वक्त लगा था।
ये है खासियत
राष्ट्रपति भवन के अंदर 15 एकड़ में स्थित ‘अमृत उद्यान’ में 10 से अधिक गार्डन हैं, जिसमें गुलाब, विभिन्न फूल, सेंट्रल लॉन एंड लॉग, सर्कुलर, स्पिरिचवल, हर्बल (33 औषधीय पौधे), बोन्साई (ढाई सौ प्लांट), कैक्ट्स (80 वेरायटी) व नक्षत्र गार्डन (27 वेरायटी) शामिल हैं। इसके अलावा यहां पर करीब 160 वेरायटी के 5 हजार पेड़ भी हैं।
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