India News (इंडिया न्यूज़) : दिल्ली के नांगलोई में ताजिया जुलूस के दौरान असामाजिक तत्वों ने दंगे की साजिश को अंजाम देने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। वो तो पुलिस की तत्परता और लोगों की सूझ-बूझ के कारण दंगे की साजिश नाकाम साबित हुई। बता दें, ताजिया जुलूस के दौरान अचानक पथराव के बाद भड़की हिंसा में कई लोगों को चोट आई थी । इस दरम्यान कई पुलिस कर्मी भी घायल हुए। इस हिंसे में डीटीसी बसों को भी नुकसान पहुंचाया था। इस हिंसे की जांच की जिम्मेदारी SIT को सौंपी गयी थी। नांगलोई बवाल की जांच के लिए बने विशेष जांच दल की शुरुआती जांच में ये बात सामने आई है।
नांगलोई बवाल की जांच के लिए बने विशेष जांच दल ने शुरुआती जांच में ये जानकारी दी है कि मुहर्रम वाले दिन नांगलोई में बवाल सोची-समझी साजिश के तहत हुआ था। साजिश कई दिन पहले ही रच ली गई थी। साजिश के तहत विशेष तरह की टी-शर्ट छपवाई गई थी। इन टी-शर्ट पर तलवार छपी हुई थी और उर्दू में कुछ लिखा हुआ था।
बता दें, दिल्ली के नांगलोई इलाके में मुहर्रम वाले दिन हुए हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज व वायरल वीडियो के आधार पर हुई है। पुलिस ने यह भी जानकारी दी है कि इस मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों के खिलाफ हत्या व लूट जैसे आपराधिक मामले दर्ज हैंं। मालूम हो ,दूसरी तरफ नांगलोई बवाल की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) कर रही है।