NEW DELHI : वैसे तो इस समय मौसम में बदलाव का समय है। हालांकि जहां फरवरी का मौसम थोड़ा सिहरन भरा और ठंढ के नजरिये से सीजन होता है। वहीं इस फरवरी में मौसम गर्मी से सताने लगा है। देश की राजधानी दिल्ली में फरवरी में ही गर्मी पर “हायतौबा” मचने लगी है। इस महीने से ही दिल्ली में तापमान धीरे-धीरे चढ़ने लगा है। एक तरफ ट्रेन के मुसाफिर रात के वक्त एसी कोच में कूलिंग प्वाइंट कम करने की मांग करने लगे हैं। वहीं, दूसरी ओर स्टेशन के प्लेटफार्म पर पंखा चलाने की मांग भी तेजी से बढ़ने लगी है। लोग गर्मी से बेहाल होकर रेलवे से दरख्वास्त कर रहे हैं लेकिन रेलवे है कि वह अपने नियम से मजबूर है। बता दें, रेलवे के नियमानुसार 15 मार्च के बाद ही प्लेटफार्म पर पंखा चलाने की अनुमति है। यात्रीगण अभी से स्टेशन प्लेटफॉर्म पर पंखा चलाने की मांग कर रहे हैं।
बता दें, रेलवे के नियमनुसार नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर गर्मी से राहत देने वाले सभी पंखे इन दिनों बंद पड़े हैं। जबकि बदलते मौसम के अनुसार दिल्ली में गर्मी अभी से दस्तक देने लगी है। ऐसे में हालात ऐसे बने कि सोमवार को कई युवा यात्री नई दिल्ली स्टेशन प्रबंधक से पंखा चलाने की मांग करने लगे। पंखे की मांग पर यात्रिओं ने इसकी शिकायत भी की लेकिन उन्हें यह बताया गया कि रेलवे का नियम यह कहता है कि फरवरी में पंखे नहीं चलते हैं। मालूम हो, नई दिल्ली स्टेशन से एक यात्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पर एक वीडियो साझा किया है जिसमें उसका कहना है कि नई दिल्ली स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर गर्मी से यात्रियों का बुरा हाल है। एक भी पंखा नहीं चल रहा है, जिससे यात्रियों को बड़ी परेशानी हो रही है।
बता दें, जब यात्रियों ने स्टेशन प्रबंधन से जब शिकायत की गई तो रेलवे की ओर से उन्हें रूखा जवाब मिला। स्टेशन प्रबंधन ने कहा कि रेलवे बोर्ड का नियम है कि फरवरी में पंखे नहीं चलते, जाकर बोर्ड से पूछो ऐसे नियम क्यों बनाया है। इस मामले में दूसरा पक्ष ये है कि रेलवे का कहना है ‘सभी यात्री पंखा चलाने की मांग नहीं कर रहे है। कुछ यात्रियों की मांग पर पंखा चलाया भी जाए तो इस पर अन्य यात्री एतराज करेंगे।’ स्टेशन प्र्बन्धन का ये भी कहना है कि हर तरह के मुसाफिर प्लेटफार्म पर आते-जाते रहते हैं। हमें बुजुर्ग यात्रियों का भी ख्याल रखना पड़ता है।